डेस्क न्यूज़- विश्व अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस का प्रभाव बहुत बुरा होने वाला है, विश्व बैंक ने अपनी नई रिपोर्ट ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉस्पेक्ट में इसके बारे में चिंता व्यक्त की है, विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मालपस के अनुसार, 1870 के बाद यह पहला मौका होगा, जब महामारी के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी, उन्होंने यह बात रिपोर्ट की भूमिका में कही है, बता दें कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में 1870 के बाद कुल 14 मंदी आई है, ये मंदी 1876, 1885, 1893, 1908, 1914, 1917-21, 1930-32, 1938, 1945-46, 1975, 1982, 1991, 2009 और 2020 में हुई।
लाखों लोग गरीब हो जाएंगे –
विश्व बैंक की रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रति व्यक्ति आय में 3.6 प्रतिशत की गिरावट की संभावना है, इसके कारण इस साल करोड़ों लोग अत्यधिक गरीबी में फंसे रहेंगे, जिन देशों में महामारी सबसे ज्यादा होगी और जहां अर्थव्यवस्था वैश्विक व्यापार, पर्यटन, वस्तु निर्यात और बाहरी वित्तपोषण पर अधिक निर्भर होगी, वहां गरीबी सबसे ज्यादा बढ़ेगी।
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद कोरोना वायरस वैश्विक अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ी मंदी का कारण बनेगा, अनुमान है कि इस साल वैश्विक अर्थव्यवस्था में 5.2 प्रतिशत की गिरावट होगी।
भारत सहित विश्व अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ेगा –
विश्व बैंक ने यह भी संभावना व्यक्त की है कि भारतीय अर्थव्यवस्था इस वर्ष 3.2 प्रतिशत तक गिर जाएगी, आपको बता दें कि 2017 में यह दर 7 प्रतिशत थी, जो 2018 में घटकर 6.1 प्रतिशत हो गई, 2019-20 में यह और घट गई और 4.2 प्रतिशत तक पहुंच गई, कोरोना वायरस और लॉकडाउन का वास्तविक प्रभाव इस वित्तीय वर्ष में देखा जाएगा।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस साल विकसित देशों की अर्थव्यवस्था में 7 प्रतिशत की कमी होगी और विकासशील देशों की अर्थव्यवस्था में भी 2.5 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है।