Defence

बाड़मेर-जालोर की सीमा पर देश की पहली इमरजेंसी एयर स्ट्रिप तैयार, पहली बार उतरे फाइटर प्लेन मिग, सुखोई और हरक्यूलिस

रिहर्सल के तौर पर तीन लड़ाकू विमानों को उतारा गया, इसके लिए वायुसेना के अधिकारियों की निगरानी में सुबह पहला हरक्यूलिस विमान उतारा गया

Deepak Kumawat

डेस्क न्यूज़- भारत-पाक सीमा पर बाड़मेर-जालौर जिले की सीमा पर अगडावा में बन रही देश की पहली आपातकालीन हवाई पट्टी का गुरुवार को उद्घाटन होगा, इससे पहले बुधवार को यहां रिहर्सल के तौर पर तीन लड़ाकू विमानों को उतारा गया, इसके लिए वायुसेना के अधिकारियों की निगरानी में सुबह पहला हरक्यूलिस विमान उतारा गया।

देश की पहली आपातकालीन हवाई पट्टी तैयार की गई है

जानकारी के मुताबिक भारतमाला परियोजना के तहत बाड़मेर-जालौर की सीमा पर देश की पहली आपातकालीन हवाई पट्टी तैयार की गई है, यह हवाई पट्टी पाकिस्तान सीमा से महज 40 किलोमीटर दूर है, बुधवार को हुई रिहर्सल में यहां वायुसेना और पुलिस अधिकारियों की टीम तैनात रही, इस दौरान पहला हरक्यूलिस विमान उतारा गया, इसके बाद सुखोई और मिग के साथ अगस्ता हेलीकॉप्टर की लैंडिंग हुई, यहां भी दोपहर दो बजे तक यातायात बंद रहा।

32.95 करोड़ रुपये की लागत से बनी हवाई पट्टी

बाड़मेर-जालौर जिले की सीमा अगडावा में बनी आपातकालीन हवाई पट्टी को वायुसेना के लिए आपातकालीन उपयोग के लिए बनाया गया है, 32.95 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस हवाई पट्टी का 3 किमी. लंबाई और 33 मीटर चौड़ाई रनवे के दोनों सिरों पर 40 गुणा 180 मीटर आकार के दो पार्किंग स्थल भी बनाए गए हैं, ताकि लैंडिंग के बाद विमानों को खड़ा किया जा सके, इसके अलावा 25 गुणा 65 मीटर आकार के एटीसी प्लिंथ का निर्माण दो मंजिला एटीसी केबिन के साथ किया गया है

जो पूरी तरह से वॉशरूम की सुविधायुक्त है, इसके अलावा इमरजेंसी रनवे के पास 3.5 किमी. एक लंबी और 7 मीटर चौड़ी सर्विस रोड भी बनाई गई है, इस पर 33 करोड़ खर्च किए गए हैं, हवाई अड्डे के अलावा पहली बार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी हवाई पट्टी पर उतरेंगे, रक्षा और परिवहन मंत्रालय के सहयोग से देश में करीब 12 ऐसे हाईवे बनाए जा रहे हैं।

रक्षा मंत्री और सड़क परिवहन मंत्री कल करेंगे उद्घाटन

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी गुरुवार को इस हवाई पट्टी का उद्घाटन करेंगे, इससे पहले वायुसेना ने बुधवार से रिहर्सल शुरू कर दी है, पाकिस्तान सीमा से सटे देश में यह पहली हवाई पट्टी है।

अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बाड़ के पास पहला 'टच एंड गो' ऑपरेशन

देश की पहली आपातकालीन हवाई पट्टी पर 9 सितंबर को वायुसेना के बेड़े में शामिल कई लड़ाकू विमान करीब डेढ़ घंटे तक जोरदार गर्जना के साथ उतरेंगे और उड़ान भरेंगे, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी इस हवाई पट्टी पर लड़ाकू विमानों के परीक्षण के गवाह बनेंगे, इस दौरान सुखोई एसयू-30, मिग और जगुआर जैसे लड़ाकू विमान तेज गर्जना के साथ इमरजेंसी रनवे पर उतरेंगे।

33 मीटर चौड़ा, 3 किमी लंबा रनवे

बाड़मेर में गंधव (बख्सार) में भारत माला राजमार्ग NH-925A पर आपातकालीन हवाई पट्टी 3000 मीटर (3 किमी) लंबी और 33 मीटर चौड़ी है, इस हवाई पट्टी को बनाने में 32.95 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, भारत-पाक सीमा से महज 40 किमी. इस हवाई पट्टी को कुछ ही दूरी पर बनाया गया है।

फाइटर प्लेन की लैंडिंग से लेकर पार्किंग तक की सुविधा

रनवे के दोनों सिरों पर 40 x 180 मीटर के दो पार्किंग स्पेस भी बनाए गए हैं, ताकि लड़ाकू विमानों को पार्किंग में रखा जा सके, इसके अलावा 25 गुणा 65 मीटर आकार के एटीसी प्लिंथ का निर्माण दो मंजिला एटीसी केबिन के साथ किया गया है जो पूरी तरह से वॉशरूम की सुविधा से लैस है, हवाई पट्टी से 3.5 किमी. 7 मीटर चौड़ी सर्विस रोड भी बनाई गई है।

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