भारत की तीनों सेनाओं के लिए मई, 2022 से महिलाएं, नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) की प्रवेश परीक्षा में शामिल हो सकेंगी और यह महिलाओं का पहला बैच होगा।
रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को एक हलफनामे के जरिए सुप्रीम कोर्ट को बताया कि राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में महिला कैडेट्स के प्रवेश की तैयारी अगले साल मई से शुरू कर दी जाएगी। सरकार दो हफ्ते में इसे लेकर अपनी योजना पेश करेगी । अगली सुनवाई 22 सितंबर को होगी।
8 सितंबर को इस मामले की सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार की ओर से पेश वकील ऐश्वर्या भाटी ने कोर्ट से कहा था कि तकनीकी दिक्कतों और इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलाव की जरूरत है, जिसकी वजह से इस साल फैसले पर अमल करना संभव नहीं होगा। उन्होंने इस साल यथास्थिति बनाए रखने के लिए छूट की मांग की। कोर्ट ने इस फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह आर्म्ड फोर्सज जैसी सम्मानित सेवाओं में महिलाओं को समान अधिकार सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण होगा।
जानकारी के लिए बता दें कि अभी तक एनडीए और नेवल एकेडमी में लड़कों को ही एडमिशन मिलता रहा है। कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया कि ऐसा करना उन योग्य लड़कियों के अधिकारों का हनन है, जो सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना चाहती हैं। सरकार इसे लेकर अपनी योजना दो सप्ताह में पेश करेगी। अगली सुनवाई के लिए 22 सितंबर की तारीख तय की गई है।
उल्लेखनीय है कि 17 फरवरी, 2020 को सुप्रीम कोर्ट ने सेना में कमांडिंग पदों पर महिलाओं को स्थायी कमीशन देने का आदेश जारी किया था। जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने फैसला सुनाते हुए कहा कि महिलाओं को युद्ध को छोड़कर हर क्षेत्र में स्थायी कमीशन दिया जाना चाहिए।