डेस्क न्यूज़ – डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) ने पहली बार अपनी वेबसाइट पर XRSAM-IAF (Extra Long Range Surface to Air Missile) की जानकारी अपलोड की है।
DRDO की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इस मिसाइल को हैदराबाद स्थित रक्षा अनुसंधान और विकास प्रयोगशाला (डीआरडीएल) की ओर से विकसित किया जाएगा। DRDO ने बताया कि XRSAM-IAF भारतीय वायुसेना के लिए तैयार की जा रही है। इसकी अधिकतम रेंज 350 KM होगी।
इस मिसाइल के भारतीय वायु सेना में शामिल होने से भारत की ताकत बढ़ जाएगी। यह मिसाइल 250 किमी की विस्तारित रेंज में एयरक्राफ्ट को मार गिराने में सक्षम होगी। इस पूरी प्रणाली को परिवहन क्षमता के लिहाज से डिजाइन किया गया है।
बता दें कि भारत ने पिछले ही महीने बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी- 2 का सफल परीक्षण किया था. यह मिसाइल सतह से सतह पर 350 किलोमीटर की दूरी तक मार करने में सक्षम है। पृथ्वी- 2 मिसाइल के आ जाने से जहां थल सेना की ताकत में इजाफा होगा, वहीं XRSAM-IAF मिसाइल के आ जाने से भारतीय वायु सेना की मारक क्षमता बढ़ जाएगी।