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डेढ़ घंटे पहले REET का पेपर आउट: कांस्टेबल, हेडकांस्टेबल और कई सरकारी टीचर नकल कराने में शामिल, कोचिंग संचालको ने 15 लाख रुपये में किया सौदा

Vineet Choudhary

डेस्क न्यूज़- राजस्थान में रविवार को हुई REET परीक्षा में काफी गड़बड़ी सामने आई है। प्रदेश की सबसे बड़ी परीक्षा में पहली बार कांस्टेबल से लेकर शिक्षक तक नकल में शामिल हुए। गंगापुर शहर में डेढ़ घंटे पहले ही कांस्टेबल व हेडकांस्टेबल के मोबाइल पर पेपर आ गया था। दोनों की पत्नियां पेपर दे रही थीं। सिरोही में भी सिपाही के मोबाइल में पेपर मिला। तीनों को सस्पेंड कर दिया गया है। REET परीक्षा में ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय होने पर एसओजी सक्रिय हो गया। रविवार को परीक्षा के दिन कार्रवाई करते हुए 60 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया।

6 लाख रुपये की चप्पल से नकल

REET परीक्षा में बीकानेर और सीकर में 6 लाख रुपये की चप्पल के अंदर मिनी माइक्रोचिप लगाई गई और कहीं ब्लूटूथ के जरिए नकल करने की व्यवस्था की गई। पुलिस ने 7 सरकारी शिक्षकों को भी गिरफ्तार किया है। 15 लाख रुपये में डमी अभ्यर्थियों के माध्यम से पेपर दिलाने की तैयारी करने वाले कोचिंग संचालकों को भी गिरफ्तार किया गया है। परीक्षा के दिन भी जयपुर, सीकर, बीकानेर, अजमेर, दौसा, कोटा, जोधपुर, जैसलमेर, सिरोही, भरतपुर, नागौर, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी, चौमू में नकल व डमी परीक्षार्थियों का गिरोह पकड़ा गया है। कई जगह शिक्षक और कोचिंग संचालक भी पकड़े गए हैं। केंद्रों में 19 पर्यवेक्षकों को संदिग्ध के आधार पर हटाया गया है।

कांस्टेबल व हेड कांस्टेबल समेत 8 गिरफ्तार

गंगापुर शहर में डेढ़ घंटे पहले सिपाही यदुवीर सिंह और हेड कांस्टेबल देवेंद्र सिंह के मोबाइल पर पेपर रिसीव हुआ। परीक्षा सुबह 10 बजे शुरू होनी थी। उसे 8.32 बजे ही पेपर मिल चुका था। यदुवीर की पत्नी सीमा गुर्जर और देवेंद्र की पत्नी लक्ष्मी गुर्जर का सेंटर गंगापुर में था। वहीं उषा मीणा और मनीषा मीणा को भी पेपर मिला। एसओजी ने मोबाइल सर्विलांस को अपने हाथ में ले लिया था। चारों को बीच से ही पकड़ लिया। फिर दोनों पुलिसकर्मी और पेपर पाने वाले भी पकड़े गए।

जयपुर में कोचिंग संचालक व टीचर गिरफ्तार

REET परीक्षा से पहले कोचिंग संचालक संदीप पांडेय व शिक्षक सुनील उर्फ ​​काशी मीणा को जयपुर में गिरफ्तार किया गया है। दोनों 10 से 15 लाख रुपये मेंक चाय की थड़ी पर बैठकर परीक्षा पास करने की तैयारी कर रहे थे। पुलिस ने दोनों को फ्लैट से पकड़ लिया। चौमूं में भी बिहार के बक्सर निवासी कर्ण पुत्र संतोष, मथुरा यूपी निवासी सचदेव पुत्र महेंद्र सिंह, श्याम सुंदर पुत्र बब्बन चंद्रवंशी निवासी नोखा, बीकानेर डमी प्रत्याशी बनकर आए थे। मूल प्रत्याशी श्यामवीर पुत्र गणपत निवासी डीग भरतपुर, फर्जी प्रत्याशी मिथिलेश पुत्र विजय चौहान निवासी औरंगाबाद बिहार को गिरफ्तार किया गया है.

चप्पलों में माइक्रो चिप छिपाकर नकल

बीकानेर में कोचिंग संचालक तुलसीराम कालेर ने चप्पलों के अंदर माइक्रो चिप छिपाकर नकल कराने की व्यवस्था की। चप्पल के अंदर मक्खी की तरह बैटरी, सिम, ब्लूटूथ लगा हुआ था। 25 उम्मीदवारों की नकल कराने का सौदा हुआ था। पुलिस ने मदनलाल निवासी चुरू, त्रिलोकचंद निवासी नोखा, ओमप्रकाश निवासी तालचापर, गोपाल कृष्ण निवासी चुरू, किरण निवासी रतनगढ़ को गिरफ्तार किया है. दो दिन पहले उम्मीदवारों को गुप्त स्थान पर ले जाया गया था। वहां उपकरण के उपयोग और उसकी नकल करने का प्रशिक्षण दिया गया।

जोधपुर में 4 डमी अभ्यर्थी गिरफ्तार

पुलिस ने बाड़मेर निवासी कोचिंग संचालक भंवरलाल, जालौर निवासी रमेश कुमार, बाड़मेर निवासी रावतराम, बाड़मेर निवासी शिक्षक मोहनलाल को गिरफ्तार किया है। भंवरलाल सरकारी शिक्षक हैं। 5 साल काम नौकरी के बाद वह 3 साल तक अपसेट चल रहा था। मीरा गुरुकुल दो साल से जोधपुर में कोचिंग चला रहा हैं। फोटो की एडिटिंग करके 5-5 लाख में सेटिंग की गई थी।

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