education

REET-2021: जयपुर के अभ्यर्थियों को राहत, शिक्षा विभाग ने गृह जिले में आवंटित किए सेंटर, 39 हजार अभ्यर्थी अपने शहर में देंगे परीक्षा

Vineet Choudhary

डेस्क न्यूज़- REET भर्ती परीक्षा में जयपुर आने वाले 1.76 लाख से अधिक अभ्यर्थियों की व्यवस्था में जुटे जयपुर जिला प्रशासन को शिक्षा विभाग से थोड़ी राहत मिली है। इसके साथ ही REET परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों के लिए भी यह एक बड़ी राहत है। परीक्षा देने के लिए अन्य जिलों से आने वाले करीब 39 हजार अभ्यर्थियों को शिक्षा विभाग ने अपने-अपने जिलों में केंद्र आवंटित कर दिए हैं। उधर, मुख्य सचिव निरंजन ने संभागायुक्त व कलेक्टर को इस परीक्षा को लेकर पूरी तैयारी करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही पेपर लीक की आशंका को देखते हुए एसओजी की ओर से एक टीम भी बनाई जाएगी और उसकी निगरानी की जाएगी।

गृह जिलों में आवंटित किए केंद्र

जयपुर से दूसरे जिलों में परीक्षा देने जा रहे अभ्यर्थियों को जयपुर में ही सेंटर अलॉट कर दिए गए हैं। यह जानकारी शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने मुख्य सचिव निरंजन आर्य की अध्यक्षता में हुई ऑनलाइन बैठक में प्रदेश के सभी कलेक्टरों की रीट तैयार करने के संबंध में दी। इस फैसले से जयपुर जिला प्रशासन को 800 बसों में कटौती करनी होगी। सूत्रों के अनुसार अपर मुख्य सचिव पी.के. गोयल ने कहा कि गृह जिले में अविवाहित महिला एवं नि:शक्तजनों को केंद्र देने का निर्णय लिया गया है, जिनके केंद्र अन्य जिलों में दिए गए हैं। इस निर्णय के तहत जयपुर जिले के अन्य जिलों से आने वाले 38,983 उम्मीदवारों को उनके गृह जिलों में केंद्र आवंटित किए गए हैं।

38,983 अभ्यर्थियों को राहत

जयपुर कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने बताया कि जयपुर में रीट परीक्षा के लिए कुल 592 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिन पर 2.51 लाख से अधिक उम्मीदवार परीक्षा में शामिल होंगे. इन उम्मीदवारों में अन्य जिलों (बाहर) से आने वाले उम्मीदवारों की संख्या 1 लाख 37,804 है। इस फैसले से पहले बाहर से आने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 1 लाख 76,787 थी। ऐसे में कुल 38,983 उम्मीदवारों को बड़ी राहत मिली है।
शिक्षा विभाग ने अन्य जिलों के इन 38,983 अभ्यर्थियों के केंद्रों को रद्द कर जयपुर में ही स्थानांतरित कर दिया है। इनमें ज्यादातर महिला उम्मीदवार हैं। इस तरह जयपुर जिले से दूसरे जिलों में परीक्षा देने जाने वाले अभ्यर्थियों की संख्या अब 1 लाख 16,617 से घटकर 83,016 हो गई है।

अभ्यर्थियों को राहत देने के लिए 1480 बसों की व्यवस्था

जयपुर जिला प्रशासन ने जयपुर से बाहर अन्य जिलों में जाने वाले अभ्यर्थियों के लिए 1480 बसों की व्यवस्था की है। जिसमें 1100 निजी और 380 रोडवेज बसें हैं। ये बसें 24 से 27 सितंबर तक तीन दिनों तक चलेंगी। इसी तरह शहर के अन्य जिलों से जयपुर आने वाली बसों को रोकने के लिए एंट्री प्वाइंट पर 5 अस्थायी बस स्टैंड बनाए गए हैं। इन बस स्टैंडों पर आने वाले अभ्यर्थियों को जयपुर के विभिन्न केंद्रों तक पहुंचाने के लिए प्रशासन ने 1048 स्थानीय बसों, 250 लो फ्लोर बसों और 230 ग्रामीण सेवा बसों की व्यवस्था की है।

कलेक्टर और एसपी संभालेंगे जिम्मेदारी

रीट परीक्षा को सफल बनाने के लिए मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के संभागायुक्त और कलेक्टर की बैठक ली। मुख्य सचिव ने परीक्षा की पूरी जिम्मेदारी जिला कलेक्टर और एसपी को दी है और उन्हें समय पर सभी तैयारियां करने के निर्देश दिए।

मुख्य सचिव ने कलेक्टर और एसपी को परीक्षा में बैठने वाले अभ्यर्थियों के अपने जिलों में परीक्षा केंद्रों पर वापस आने और वापस जाने तक का पूरा ड्राफ्ट तैयार करने को कहा। परीक्षार्थियों के लिए यात्रा, आवास और भोजन की व्यवस्था करें। परिवहन विभाग, रोडवेज और रेलवे के साथ समन्वय में काम करके प्रबंधन। परीक्षा केंद्रों पर मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग व सैनिटाइजर लगाकर कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार व्यवहार।

पेपर लीक को लेकर एसओजी अलर्ट

पेपर लीक को लेकर एसओजी अलर्ट भी आलर्ट हैं। गृह विभाग के प्रधान सचिव अभय काई कुमार ने कहा कि पेपर लीक की संभावना को रोकने के लिए स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप अलर्ट मोड पर है। उन्होंने जिला पुलिस अधीक्षकों को विशेष रूप से सतर्क रहने का निर्देश दिया और कहा कि अगर ऐसी कोई अफवाह है तो उसे तुरंत रोकें। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि रीट परीक्षा को शांतिपूर्ण बनाने के लिए हर स्तर पर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

कैसरगंज लोकसभा सीट से कटा बृजभूषण का टिकट!, बीजेपी इसे बना सकती है प्रत्याशी

Religious Reservation: बंगाल, आंध्र प्रदेश, केरल, तमिलनाडु… हर जगह OBC का हक मार रहे मुस्लिम

Bengal News: योगी आदित्यनाथ के काफिले पर पश्चिम बंगाल में हमला, UP सीएम ने दी थी दंगाइयों को चेतावनी

महाराष्ट्र की 11 ऐसी सीटें जहां हार और जीत में था सिर्फ चंद हजार वोटों का अंतर

पांच हजार बच्चों पर गहराया पढ़ाई का संकट, स्कूल ने बच्चों के अभिभावकों से मांगी फीस