Gujarat election 2022

Gujarat Elections 2022: पटेलों के गढ़ वीरमगाम में BJP का हार्दिक पर दांव; 2012 से यहां कांग्रेस का कब्जा

पार्टी ने आज जारी उम्मीदवारों की पहली सूची में पाटीदार आरक्षण आंदोलन से उभरे युवा नेता हार्दिक पटेल को वीरमगाम सीट से उतारा है। बीजेपी पिछले 10 साल से इस सीट से हार रही है।

Kunal Bhatnagar

गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के लिए राज्य में सत्ताधारी बीजेपी की पहली लिस्ट आते ही सियासत गरमा गई है। पार्टी ने आज जारी उम्मीदवारों की पहली सूची में पाटीदार आरक्षण आंदोलन से उभरे युवा नेता हार्दिक पटेल को वीरमगाम सीट से उतारा है। बीजेपी पिछले 10 साल से इस सीट से हार रही है। इस सीट पर हार्दिक पटेल की जीत-हार तय करेगी कि उनकी भविष्य की राजनीति किस तरफ जाएगी।

बीजेपी ने वीरमगाम सीट से हार्दिक पटेल को उतारा

पहली सूची में बीजेपी ने क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा के साथ ही पाटीदार आरक्षण आंदोलन से उभरे युवा नेता हार्दिक पटेल समेत कई खास नामों को शामिल किया है।

हार्दिक पटेल ने जून में भाजपा में शामिल होने पर खुद को "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का छोटा सिपाही" बताया था। बीजेपी ने वीरमगाम जैसी अहम सीट जीतने की जिम्मेदारी पीएम के इस छोटे से सिपाही पर डाल दी है।

विरमगाम सीट पर 2012 से कांग्रेस का कब्जा

2017 के विधानसभा चुनाव में विरमगाम सीट से बीजेपी ने डॉ. तेजश्रीबेन दिलीपकुमार पटेल को मैदान में उतारा था, लेकिन उन्हें कांग्रेस के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। उन्हें लाखाभाई भीखाभाई ने लगभग 6000 मतों से हराया था। इससे पहले 2012 के गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रागजीभाई नारनभाई पटेल को टिकट दिया था, लेकिन वह तेजश्री बेन दिलीपकुमार से हार गए थे।

2007 में वीरमगाम से जीती थी बीजेपी

हालांकि 2007 के गुजरात विधानसभा चुनाव में वीरमगाम से बीजेपी उम्मीदवार कामभाई गागजीभाई राठौड़ जीते थे। उन्होंने कांग्रेस के कोली पटेल जगदीशभाई सोमभाई को हराया। विरमगाम अहमदाबाद जिले में पड़ता है और पटेलों का गढ़ है। यहां 2012 से कांग्रेस का कब्जा है। इसलिए बीजेपी ने यहां से हार्दिक पटेल को टिकट दिया है।

पाटीदार आरक्षण आंदोलन से बीजेपी को हुआ था भारी नुकसान

पिछले गुजरात चुनाव में पाटीदार आरक्षण आंदोलन से बीजेपी को भारी नुकसान हुआ था। बीजेपी ने इस बार पटेल वोट बटोरने का पूरा ध्यान रखा है। गुजरात की राजनीति में पटेलों का दबदबा है और इसी के आधार पर बीजेपी राज्य को छठी बार जीतना चाहती है। बीजेपी पिछले 22 साल से राज्य में अपना झंडा लहरा रही है।

Diabetes से हो सकता है अंधापन, इस बात का रखें ख्याल

बीफ या एनिमल फैट का करते है सेवन, तो सकती है यह गंभीर बीमारियां

Jammu & Kashmir Assembly Elections 2024: कश्मीर में संपन्न हुआ मतदान, 59 प्रतिशत पड़े वोट

Vastu के अनुसार लगाएं शीशा, चमक जाएगी किस्मत

Tiger Parks: भारत के 8 फेमस पार्क,जहां आप कर सकते है टाइगर का दीदार