हरियाणा के सोनीपत जिले के कुंडली बॉर्डर पर शनिवार सुबह एक किसान के टेंट में आग लग गई। हालांकि इसमें कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन टेंट में खड़ी एक बाइक और सामान जल कर राख हो गया। तंबू में सो रहे लोग समय से जा चुके थे। लेकिन कुंडली सीमा पर किसान आंदोलन स्थल पर पूर्व में भी आगजनी की कई घटनाएं हो चुकी हैं। इनमें से आगजनी की 5 घटनाएं तो इसी साल हुई हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह चार बजे के बाद टीडीआई मॉल के सामने किसानों के एक टेंट से अचानक धुंआ उठने लगा और कुछ ही देर में आग फैल गई। इससे आसपास के टेंट में भी दहशत फैल गई। जिस तंबू में आग लगी वह कुरुक्षेत्र के अथिरा गांव के किसानों का है। उसमें 3 लोग सो रहे थे, जो शोर सुनकर बाहर निकल आए। पंखा, कूलर, मोटरसाइकिल सब जल गए। वहां लोगों ने पानी से आग बुझाई। किसानों ने आगजनी को शरारती तत्वों की साजिश बताया है।
19 मार्च 2021 को कुंडली सीमा पर एक किसान की झोपड़ी में रखे रसोई गैस सिलेंडर में आग लग गई। आग के कारण टेंट और उसमें रखा सारा सामान जल कर राख हो गया था। आग बुझाने के प्रयास में दुग्गल नाम के एक किसान के हाथ, पैर और चेहरा झुलस गया। झोपड़ी में आग लगने की सूचना दमकल विभाग को दी गई। कुंडली से पहुंची दमकल की गाड़ी ने आग पर काबू पा लिया था।
23 जुलाई 2021 को तीन किसानों के पंडालों में आग लग गई थी। किसानों ने आरोप लगाया था कि चौथी बार आगजनी की घटना हुई है। आग लगने से कुंडली सीमा पर लंगर के पंडाल के पास बने किसानों के दो पंडाल व एक ट्रॉली क्षतिग्रस्त हो गई। एक माह का राशन, कुर्सियाँ, गद्दे समेत दर्जनों किसानों का अन्य सामान जल कर राख हो गया। खास बात यह है कि 10 मिनट के अंदर ही करीब 5 झोपड़ियों के बाद बने एक और पंडाल में आग लग गई, जिससे कई चीजें जल कर राख हो गईं। दमकल विभाग की टीम ने आग पर काबू पाया।
बता दें की इस साल अब तक कुंडली सीमा पर किसानों के टेंट में आगजनी की 5 घटनाएं हो चुकी हैं। बहादुरगढ़ में भी किसानों के टेंट में आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं।