न्यूज़- कच्चे तेल के उत्पादन को लेकर रूस और ओपेक देशों के बीच संघर्ष आखिरकार समाप्त हो गया है। कच्चे तेल के उत्पादन को कम करने के लिए ओपेक प्लस देशों और रूस के संगठन के बीच एक समझौता हुआ है, जिसकी कीमत 1 डॉलर प्रति बैरल से अधिक हो गई है।
यूएस डब्ल्यूटीआई क्रूड 23 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर पहुंच गया, जबकि लंदन का ब्रेंट क्रूड 32 डॉलर प्रति बैरल से अधिक हो गया। इस मामले में तेल उत्पादक राष्ट्रों के संगठन ओपेक, उसके साझेदार उत्पादक देशों और रूस के बीच एक समझौता हुआ है। इसमें अमेरिका भी शामिल है। अंतत: रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने इस समझौते पर सहमति जताई।
दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए हैं कि वे उत्पादन रिकॉर्ड में कटौती करेंगे ताकि कच्चे तेल की कीमतें बढ़ सकें। इस समझौते से कच्चे तेल की वैश्विक आपूर्ति में 20 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। गौरतलब है कि इससे पहले रूस और सऊदी अरब लगातार तेल उत्पादन बढ़ा रहे थे। कच्चे तेल को इससे भारी गिरावट का सामना करना पड़ा और एक समय में, ब्रेंट क्रूड लगभग 20 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था।