न्यूज – वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट पेश कर दिया है। बजट पर अपनी पहली प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर बेरोजगारी को लेकर बड़ा हमला बोला है। राहुल गांधी ने कहा कि जो बड़ी समस्या है वह बेरोजगारी का है, लेकिन मुझे बजट में ऐसा कुछ भी नहीं दिखा जोकि युवाओं को रोजगार मुहैया कराने में मदद करे। मैंने बजट में तकनीकी चीजें देखी लेकिन इसका मुख्य भाव कुछ भी नहीं था। यह बजट सरकार को बेहतर तरह से परिभाषित करता है। कई ऐलान को बार-बार दोहराया गया जोकि सरकार की सोच को दर्शाता है, सिर्फ बातें लेकिन हो कुछ नहीं रहा है।
गौरतलब है कि बजट में निर्मला सीतारमण ने गैर राजपत्रित पदों के लिए अलग से राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी यानि नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी के गठन का एलान किया है। निर्मला सीतारमण ने कहा कि यह एजेंसी बर्ती प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाएगी। नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी युवाओं को रोजगार देने में अहम भूमिका निभाएगा। वित्त मंत्री ने बताया कि युवाओं को रोजगार पाने के लिए एक टेस्ट देना होगा। यह टेस्ट कंप्यूटर आधारित होगा जिसके जरिए आवेदकों की अर्हता का परीक्षण किया जाएगा। यह टेस्ट कॉमन इलिजिबिलिटी टेस्ट यानि सामान्य योग्यता टेस्ट होगा, जिसके जरिए आवेदकों की भर्ती गैर राजपत्रित पदों के लिए की जाएगी। वित्त मंत्री ने कहा कि इस एनआरए के जरिए हम कुशल और योग्य लोगों को आकर्षित करने की कोशिश करेंगे।
बता दें कि वित्त मंत्री ने रिकॉर्ड ढाई घंटे का बजट भाषण दिया, जिसपर तंज कसते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मेरे खयाल से इतिहास में यह अबतक का सबसे लंबा भाषण है, लेकन इसमे कुछ भी नहीं है, यह बिल्कुल खोखला है। गौरतलब है कि देश में बेरोजगारी की समस्या को लेकर कांग्रेस ने नया अभियान शुरू करने का फैसला लिया है। पार्टी देशभर में बढ़ती बेरोजगारी की समस्या को उठाने के लिए नेशनल रजिस्टर ऑफ अनइम्प्लॉयमेंट को तैयार करेगी। पार्टी की ओर से एनआरसी के विरोध के तौर पर इस मुहिम की शुरुआत की जा रही है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को जयपुर में युवा जन आक्रोश रैली को संबोधित करते हुए इस बात का एलान किया। अभी तक पांच लाख युवाओं ने खुद को इसके तहत रजिस्टर किया है।