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नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह तीन दिवसीय ओमान यात्रा पर, समुद्री सुरक्षा के लिए भारत-ओमान की नौसेनाओं में हुआ व्हाइट शिपिंग समझौता

नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह, जो तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर ओमान में हैं, ने सोमवार को पहले दिन ही ओमान की रॉयल नेवी के साथ व्हाइट शिपिंग सूचना के आदान-प्रदान के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता भारत और ओमान के बीच मर्चेंट शिपिंग ट्रैफिक पर सूचनाओं के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करेगा।

Ishika Jain

नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह, जो तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर ओमान में हैं, ने सोमवार को पहले दिन ही ओमान की रॉयल नेवी के साथ व्हाइट शिपिंग सूचना के आदान-प्रदान के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता भारत और ओमान के बीच मर्चेंट शिपिंग ट्रैफिक पर सूचनाओं के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करेगा। इसके साथ ही क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा भी बढ़ेगी।

यात्रा का उद्देश्य है द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को मजबूत करना

नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर रविवार को ओमान पहुंचे। उनकी यात्रा का उद्देश्य ओमान के साथ द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को मजबूत करना और रक्षा सहयोग के नए रास्ते तलाशना है। उन्होंने आज अपनी यात्रा के पहले दिन मस्कट में समुद्री सुरक्षा केंद्र (MSC) में ओमान की रॉयल नेवी (आरएनओ) के कमांडर रियर एडमिरल सैफ बिन नासिर बिन मोहसेन अल-रहबी के साथ द्विपक्षीय चर्चा की। इसके बाद दोनों नौसेना प्रमुखों ने व्हाइट शिपिंग सूचना के आदान-प्रदान के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। सीएनएस की ओमान की चल रही यात्रा के दौरान समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

समझौते से समुद्री सुरक्षा सहित होंगे कई अन्य लाभ

नौसेना के प्रवक्ता विवेक माधवाल के अनुसार, ओमान की रॉयल नेवी और भारतीय नौसेना के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर से भारत में हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) के लिए सूचना संलयन केंद्र (आईएफसी) और ओमान की एमएससी मेडिटेरेनियन शिपिंग कंपनी के माध्यम से मर्चेंट शिपिंग ट्रैफिक पर जानकारी साझा करने में आसानी होगी। इसके साथ ही क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा में भी बढ़ोतरी होगी। भारतीय नौसेना ने 2018 में IFC-IOR की स्थापना की थी ताकि समान विचारधारा वाले देशों के साथ सहयोगात्मक ढांचे के तहत शिपिंग यातायात के साथ-साथ क्षेत्र में अन्य महत्वपूर्ण विकास की प्रभावी निगरानी की जा सके। गुरुग्राम स्थित संगठन के वर्तमान में दुनिया भर में 21 भागीदार देशों और 22 बहु-राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ संबंध हैं।

इन हस्तियों के साथ होगी मुलाकात

यात्रा के दौरान, नौसेना प्रमुख के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ करमबीर सिंह सुल्तान अब्दुल्ला खमिस अब्दुल्ला अल रायसी, ओमान की शाही सेना के कमांडर मेजर जनरल मटर बिन सलीम बिन राशिद अल बलुशी, ओमान की रॉयल वायु सेना के कमांडर एयर वाइस मार्शल खमिस बिन हम्माद बिन सुल्तान अल गफरी और रक्षा मंत्रालय के महासचिव डॉ. मोहम्मद बिन नासिर बिन अली अल जाबी सहित ओमान के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे। साथ ही वह मुस्कर अल मुर्तफा (एमएएम) कैंप, मैरीटाइम सिक्योरिटी सेंटर (एमएससी), सैद बिन सुल्तान नेवल बेस, अल मुसाना एयर बेस और नेशनल डिफेंस कॉलेज जैसे प्रमुख रक्षा प्रतिष्ठानों का भी दौरा करेंगे।

दोनों नौसेनाओं का 1993 से जारी है समुद्री अभ्यास

भारतीय नौसेना पहले से ही ओमान की रॉयल नेवी के साथ कई मोर्चों पर सहयोग कर रही है, जिसमें परिचालन बातचीत, प्रशिक्षण सहयोग और विभिन्न क्षेत्रों में विषय विशेषज्ञों का आदान-प्रदान शामिल है। दोनों नौसेनाएं 1993 से द्विवार्षिक समुद्री अभ्यास नसीम अल बहर में भाग ले रही हैं। यह अभ्यास आखिरी बार 2020 में गोवा में आयोजित किया गया था और अगला संस्करण 2022 में निर्धारित है। भारतीय नौ सेनाध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह की यह ओमान यात्रा भारतीय नौसेना और ओमान की रॉयल नेवी के बीच बढ़ते सहयोग पर प्रकाश डालती है।

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