डेस्क न्यूज़- अफगानिस्तान से अफगान नागरिकों और अन्य देशों के नागरिकों की निकासी जारी रहेगी। अमेरिका समेत करीब 100 देशों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि तालिबान ने अफगानों और उनके नागरिकों को सुरक्षित देश छोड़ने का आश्वासन दिया है। यह बयान अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से जारी किया गया है। अमेरिका ने कहा कि हम अफगान नागरिकों को ट्रैवल दस्तावेज जारी करना जारी रखेंगे। हमें विश्वास है कि तालिबान अपने उस बयान पर कायम रहेगा जिसमें उन्होंने कहा है कि नागरिक अफगानिस्तान से बाहर जा सकते हैं। तालिबान ने खुद इस बारे में सार्वजनिक बयान दिया है। अफगानिस्तान में निकासी अभियान ।
अमेरिका ने पिछले 24 घंटे में काबुल एयरपोर्ट से करीब 2000 लोगों को निकाला। व्हाइट हाउस ने शनिवार को कहा कि 1400 लोगों को 11 अमेरिकी सैन्य उड़ानों और 600 को 7 सहयोगी देशों की उड़ानों से निकाला गया। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को 32 अमेरिकी सैन्य विमानों के जरिए 4000 लोगों को निकाला गया। अमेरिका के साथ हुए समझौते के तहत तालिबान ने कहा है कि वह विदेशियों या अफगान नागरिकों को देश छोड़ने की इजाजत देगा। अमेरिका और उसके सहयोगियों ने पिछले दो हफ्तों में अफगानिस्तान से लगभग 1,13,500 लोगों को निकाला है, लेकिन अभी भी हजारों लोग देश से बाहर निकलने का इंतजार कर रहे हैं।
हमले की आशंका के बीच अमेरिका ने एयरपोर्ट के गेट से अपने सैनिकों को हटा लिया है। अब इन गेट की सुरक्षा की जिम्मेदारी तालिबान के हाथों में दे दी गई है। इससे पहले काबुल में अमेरिकी दूतावास ने एयरपोर्ट के आसपास के सभी अमेरिकी नागरिकों, एयरपोर्ट सर्कल गेट, गृह मंत्रालय के नए मंत्रालय और पंजशीर पेट्रोल स्टेशन के पास के गेट को तुरंत खाली करने को कहा था। साथ ही लोगों को कर्फ्यू के नियमों सहित स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने के लिए हर समय खासकर भीड़-भाड़ वाली जगहों पर सतर्क रहने को कहा गया है।
अमेरिका ने अफगानिस्तान से अपने बचे हुए सैनिकों और मददगार अफगान नागरिकों को निकालने की प्रक्रिया तेज कर दी है। पेंटागन ने कहा कि शेष अमेरिकी बल काबुल हवाईअड्डे पर हैं और मंगलवार से पहले उन्हें वहां से हटा लिया जाएगा। पश्चिमी सुरक्षा अधिकारियों ने रविवार को कहा कि सैनिकों की वापसी से पहले 1,000 से अधिक नागरिक हवाई अड्डे पर उड़ान भरने का इंतजार कर रहे थे। हवाईअड्डे पर तैनात एक अधिकारी ने कहा कि हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हर विदेशी नागरिक और खतरे में हर व्यक्ति यहां से निकल जाए। अमेरिका ने 31 अगस्त तक अपने सभी सैनिकों को वापस बुलाने की घोषणा की है।