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1 करोड़ रूपए की सैलरी उठाने वाली शिक्षिका ‘अनामिका शुक्ला’पर हुआ बड़ा खुलासा

अनामिका शुक्ला (Anamika Shukla) के शैक्षिक प्रमाणपत्रों के आधार पर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय गोहरी सोरांव में भी एक शिक्षिका ने नौकरी ज्वाइन की थी.

Sidhant Soni

न्यूज़- यूपी की चर्चित और मिस्‍ट्री टीचर अनामिका शुक्ला (Teacher Anamika Shukla) के शैक्षिक प्रमाणपत्रों के आधार पर कई जिलों में फर्जी शिक्षकों के नौकरी करने का मामला सुर्खियों में छाया हुआ है. शिक्षा विभाग की जांच पड़ताल में अनामिका शुक्ला के कई महत्वपूर्ण शैक्षिक दस्तावेजों का इस्तेमाल करके कई शिक्षिकायें प्रदेश के अलग-अलग स्कूलों में नौकरी करते पकड़ में आयी हैं. इन्हीं में प्रयागराज (Prayagraj) जिले के सोरांव के गोहरी में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में भी अनामिका शुक्ला के दस्तावेज लगाकर एक महिला के शिक्षिका की नौकरी करने का मामला सामने आया है. इससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.

इसी बीच, अनामिका शुक्ला के डॉक्यूमेंट न्यूज 18 के हाथ लगे हैं, जिसके आधार पर यूपी के कई जिलों में लोगों ने फर्जी तरीके से नौकरियां पाई हैं. प्रयागराज में अनामिका शुक्ला के डॉक्यूमेंट पर फर्रुखाबाद की रीना नौकरी कर रही थी. उसके निवास प्रमाण पत्र से पूरा फर्जीवाड़ा पकड़ में आया है. रीना के निवास प्रमाण पत्र पर राजपालपुर तहसील कायमगंज जिला फर्रुखाबाद दर्ज है और पिता का नाम चन्द्र भान सिंह दर्ज है.

रीना ने अनामिका शुक्ला के शैक्षिक डॉक्यूमेंट लगाकर फुल टाइम साइंस टीचर के रूप में गलत तरीके से कस्तूरबा विद्यालय में संविदा पर नियुक्ति हासिल की थी. अनामिका शुक्ला के डाक्यूमेंट से नौकरी करने वाली महिला का फोटो भी न्यूज 18 के पास मौजूद है. 16 मार्च के बाद रीना कस्तूरबा विद्यालय नहीं आई है.

हालांकि, यहां से अभी तक रीना को वेतन का भुगतान नहीं हुआ है. वहीं बात अगर अनामिका शुक्ला की करें तो डॉक्यूमेंट के आधार पर यह कहा जा सकता है कि अनामिका शुक्ला होनहार छात्रा रही है. अनामिका शुक्ला ने यूपी बोर्ड से 2007 में हाईस्कूल की परीक्षा फर्स्ट डिवीजन में गोंडा जिले के गर्ल्स कालेज से पास की थी. जबकि इंटर की परीक्षा 2009 में गोंडा जिले से यूपी बोर्ड से फर्स्ट डिवीजन में पास की थी. अनामिका ने ग्रेजुएशन 2012 में अवध यूनिवर्सिटी फैजाबाद से बीएससी फर्स्ट डिवीजन में पास किया था, जबकि 2013 में बीएड की परीक्षा फर्स्ट डिवीजन अवध यूनिवर्सिटी से ही उत्तीर्ण की थी. अनामिका शुक्ला ने 2015 में टीईटी क्वालीफाई किया था.

प्रयागराज में 29 नवम्बर 2019 को अनामिका शुक्ला के शैक्षिक प्रमाणपत्रों के आधार पर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय गोहरी सोरांव में भी एक शिक्षिका ने नौकरी ज्वाइन की थी. लेकिन बाद में एक ही नाम से कई लोगों के नौकरी करने मामला जब संज्ञान में आया तो महानिदेशक (बेसिक शिक्षा) विजय किरन आनन्द ने पूरे मामले की जांच अपर निदेशक बेसिक शिक्षा रमेश कुमार तिवारी से करायी. जिसमें कस्तूरबा विद्यालय में पढ़ा रही शिक्षिका के शैक्षिक प्रमाणपत्र और निवास प्रमाण पत्र फर्जी पाये गए. जिसके बाद उन्होंने जांच रिपोर्ट बीएसए को कार्रवाई के लिए भेज दी थी.

जांच रिपोर्ट के आधार पर बीएसए संजय कुशवाहा कर्नलगंज थाने में अनामिका शुक्ला के खिलाफ केस दर्ज करा दिया है. अनामिका शुक्ला के खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468 और 471 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. एसएसपी प्रयागराज सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज के मुताबिक पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच भी शुरू कर दी है.

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