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CAA हिंसा पर सेनाध्यक्ष के बयान पर शुरू हुई राजनीति..

savan meena

न्यूज – नागरिकता संशोधन कानून का देशभर में जिस तरह से विरोध हो रहा है उसके बाद तमाम राजनीतिक दल इस मुद्दे पर सरकार को जमकर घेर रहे हैं। इस कानून के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान कई जगहों पर हिंसा भी देखने को मिली। इस हिंसा पर सेना प्रमुख बिपिन रावत ने भी टिप्पणी की है, जिसके बाद उनके बयान पर हंगामा हो रहा है। एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने भी सेना प्रमुख के बयान का विरोध करते हुए उनपर निशाना साधा है। ओवैसी ने ट्वीट करके लिखा है कि अपने कार्यालय की हद को जानना भी नेतृत्व है।

ओवैसी ने सेना प्रमुख का वीडियो साझा करते हुए लिखा कि अपने कार्यालय की सीमा को जानना भी लीडरशिप होता है। यह समझने की जरूरत है कि नागरिकों की सर्वोच्चता सर्वोच्च है और संस्था की अखंडता को बरकरार रखें जिसका आप नेतृत्व कर रहे हैं। बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दिल्ली, लखनऊ सहित कई जगहों पर छात्रों ने हिंसक प्रदर्शन किया था, जिसके बाद पुलिस ने इनके खिलाफ कार्रवाई की थी।

दरअसल सेना प्रमुख ने हाल में हुई हिंसा पर बोलते हुए कहा था कि नेतृत्व का मतलब होता है कि बेहतर नेतृत्व करना। यह देखने में आसान लगता है कि लेकिन नेतृत्वकर्ता को आगे बढ़ने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। लीडर वो नहीं होते हैं जो गलत तरह से लोगों का नेतृत्व करते हैं। जिस तरह से हाल ही में हमारे शहरों में कई कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में हिंसा हुई और लीडर्स ने इसका नेतृत्तव किया यह कतई नेतृत्व नहीं है। आर्मी चीफ के इसी बयान पर हमला बोलते हुए ओवैसी ने उनपर पलटवार किया है।

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