मध्य प्रदेश के जबलपुर के एक निजी अस्पताल में सोमवार दोपहर को आग लग गई। हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई। इनमें 4 कर्मचारी भी हैं। 8 की हालत नाजुक है। आग की घटना दोपहर 2:45 बजे की बतायी जा रही है।
स्थानीय प्रशासन का कहना है कि तीन मंजिला न्यू लाइफ मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल के प्रवेश द्वार पर जनरेटर में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। हादसे के वक्त अस्पताल में 35 लोग मौजूद थे, इसलिए आशंका जताई जा रही थी कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से अभी कोई बयान नहीं आया है। जबलपुर मंडलायुक्त बी चंद्रशेखर हादसे की जांच करेंगे।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने हादसे पर दुख जताया और मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की।
8 मृतकों में से 7 की पहचान हो गई, 2 एक ही परिवार के थे।
1. वीर सिंह (30 वर्ष), निवासी अधारताल, जबलपुर (स्टाफ सदस्य)
2. स्वाति वर्मा (24), निवासी- नारायणपुर, सतना (स्टाफ सदस्य)
3. महिमा जाटव (23), निवासी- नरसिंहपुर (स्टाफ सदस्य)
4. दुर्गेश सिंह (42), निवासी- अगसौद, जबलपुर
5. तन्मय विश्वकर्मा (19), खटीक मोहल्ला (जबलपुर)
6. अनुसुइया यादव (55), निवासी- चित्रकूट, मानिकपुर (यूपी)
7. सोनू यादव (26), चित्रकूट, मानिकपुर (यूपी)
8. महिला (वर्तमान में पहचान नहीं की गई)
एक प्रत्यक्षदर्शी महिला का कहना है कि लाइट चली गई, फिर जनरेटर चालू किया। एक चिंगारी और विस्फोट हुआ, जिसके बाद आग फैल गई। जनरेटर को अस्पताल के मुख्य दरवाजे के पास रखा गया था और जाने का यही एकमात्र रास्ता था।
इमारत की दूसरी मंजिल पर और लोगों की मौत हो गई, क्योंकि ज्यादातर लोग वहीं फंसे हुए थे। आग लगने के बाद कुछ लोग मरीजों को बचाते हुए अंदर चले गए, जो निकल नहीं पाए। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि कमरे में फंसे लोगों को बाहर निकालना बेहद मुश्किल हो गया। कुछ लोगों को खिड़कियां और दरवाजे तोड़कर बाहर निकाला गया।
अस्पताल तीन मंजिला है, जिसमें 30 बेड हैं। अस्पताल संचालकों के नाम डॉ सुदेश पटेल, संतोष सोनी, निशांत गुप्ता और संजय पटेल हैं। हादसे पर अभी तक उनकी तरफ से कुछ नहीं कहा गया है। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि दोपहर में लाइट चली गई थी। इस दौरान जनरेटर चालू कर दिया गया और उसमें लगे शॉर्ट सर्किट से आग फैल गई।