दुनियाभर के मशहूर Panama Paper Leak Case में अब बच्चन परिवार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। इसी कड़ी में आज बॉलीवुड एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय को दिल्ली के लोकनायक भवन में ED ने हाजिर होने के लिए कहा है।
जानकारों के अनुसार ED के अधिकारियों ने सवालों की लिस्ट पहले ही तैयार कर रखी है। अलस में पनामा पेपर्स लक मामले में भारत के करीब 500 लोग शामिल थे।
(Panama Paper Leak Case) इसमें बड़ी संख्या में नेता, अभिनेता, खिलाड़ी, व्यवसायी सहित हर क्षेत्र के प्रमुख लोगों के नाम शामिल हैं। पानाम मामले में इन लोगों पर टैक्स चोरी के आरोप हैं। इसे लेकर कर अधिकारी भी जांच में जुटे हुए हैं।
ED ने जांच में बड़ी हस्तियों को शामिल किया
(Panama Paper Leak Case) ED के अधिकारियों ने जांच में देश की कई बड़ी हस्तियों को शामिल किया है। एक महीने पहले अभिषेक बच्चन भी ED के दफ्तर पूछताछ के लिए पहुंचे थे। उन्होंने कुछ दस्तावेज ईडी अधिकारियों को भी सौंपे हैं। पनामा पेपर्स मामले की जांच लंबे समय से चल रही है। ईडी के आधिकारिक सूत्रों की माने तो जल्द ही उनके पिता अमिताभ बच्चन को भी इस मामले में ईडी का नोटिस देकर बुलाया जा सकता है।
विश्वभर में 2016 में सामने आया पनामा पेपर लीक मामला आखिर है क्या?
(Panama Paper Leak Case) दरअसल 2016 में, ब्रिटेन में पनामा स्थित एक लॉ फर्म के 1.15 करोड़ कर दस्तावेज लीक हुए थे। इसमें दुनिया भर के बड़े नेताओं, व्यापारियों और बड़ी हस्तियों के नाम सामने आए। पनामा पेपर्स में फ्रॉड और टैक्स चोरी करने वाले दुनिया के कई नामी लोगों के बारे में डिटेल है। इस लीक दस्तावेज को पहले सबसे जर्मनी के एक अखबार Suddeutsche Zeitung ने हासिल किया था। करीब 12000 ऐसे दस्तावेज हैं, जो भारतीयों से जुड़े हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक अमिताभ बच्चन को 4 कंपनियों का डायरेक्टर बनाया गया था‚ इनमें से तीन कंपनियां बहामास में जबकि एक वर्जिन आइलैंड्स में थी
Panama Paper Leak Case मामले में भारत में करीब 500 लोगों के नाम सामने आए। इसमें बच्चन परिवार का नाम भी शामिल है। एक रिपोर्ट के मुताबिक अमिताभ बच्चन को 4 कंपनियों का डायरेक्टर बनाया गया था। इनमें से तीन कंपनियां बहामास में जबकि एक वर्जिन आइलैंड्स में थी। पानामा मामले में सामने आया कि इन्हें 1993 में बनाया गया था। इन कंपनियों की कैपिटल मनी 5 हजार से 50 हजार डॉलर के बीच थी, लेकिन ये कंपनियां उन शिप्स के कारोबार में लिप्त पाई गईं जिनकी कीमत करोड़ों रुपए थी।
एश्वर्या का नाम पनामा पेपर लीक मामले में कैसे आया?
ऐश्वर्या को पहले एक कंपनी का निदेशक बनाया गया था। बाद में उन्हें कंपनी का शेयर होल्डर डिक्लियर कर दिया गया। ऐश्वर्या के अलावा उनके पिता के. राय, मां वृंदा राय और भाई आदित्य राय भी कंपनी में उनके पार्टनर थे। इस कंपनी का गठन 2005 में हुआ था। तीन साल बाद यानी 2008 में कंपनी को बंद कर दिया गया। कंपनी का नाम एमिक पार्टनर्स प्राइवेट लिमिटेड था। इसका मुख्यालय वर्जिन आइलैंड्स में था।