एल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने कहा है कि मदरसे के बुरे लोगों से उनकी कोई सहानुभूति नहीं है। ऐसे लोग जहां-कहीं भी मिलें, सरकार उन्हें गोली मार दे। बदरुद्दीन ने कहा, 'अगर मदरसा में 1-2 बुरे टीचर हैं तो सरकार जांच करे और उन्हें हिरासत में ले। जांच पूरी होने पर उन्हें उठाए और जो करना चाहे करे।' उन्होंने कहा, 'अगर उन लोगों की वजह से पूरे मुस्लिम सुमदाय को जिहादी कहा जाएगा तो यह जिहाद नहीं है, यह आतंकवाद है। सरकार को उन्हें रोकना चाहिए। उन्हें अपनी सीमाओं की रक्षा करनी चाहिए और अपनी खुफिया जानकारी को मजबूत करना चाहिए।'
बदरुद्दीन अजमल ने आम लोगों की पीड़ा के प्रति सरकार की कथित उदासीनता के लिए सत्ताधारी पार्टी के नेताओं की आलोचना की। उन्होंने सबसे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर निशाना साधते हुए कहा, 'भारत का पैसा वित्त मंत्री के पास है। उन्हें कैसे पता चलेगा कि एक व्यक्ति कुछ खरीदने के लिए कितना खर्च करता है?'
बदरुद्दीन ने भाजपा के मंत्रियों और सांसदों पर कटाक्ष किया कि वे स्पष्ट रूप से इस बात से अनजान थे कि बढ़ती कीमतों से जनता कैसे प्रभावित हो रही है। उन्होंने केंद्रीय मंत्रियों और बीजेपी सांसदों से अपनी पत्नियों से महंगाई के बारे में पूछने के लिए कहा है। उन्होंने कहा, 'किसी भी मंत्री के लिए कोई महंगाई नहीं है। भाजपा सांसदों को अपनी पत्नियों से पूछना चाहिए कि वे रसोई कैसे चला रहे हैं। सरकार को ध्यान देना चाहिए अन्यथा 2024 में महंगाई उनकी सरकार को खा जाएगी।'