Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 30 जनवरी को जन्मू-कश्मीर के श्रीनगर में संपन्न होगी। इसके समापन कार्यक्रम में विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की गरज से कांग्रेस ने 21 दलों को लिखी चिट्ठी लिखकर आमंत्रित किया है। इससे कयास लगाए जाने लगे हैं कि इस कार्यक्रम के बहाने कांग्रेस अपनी साख मजबूत करने के साथ अपने नेता राहुल गांधी को पीएम की रेस में आगे करने का भी प्रयास कर सकती है।
गौरतलब है कि भारत जोड़ो यात्रा निकालने के पीछे कांग्रेस की बड़ी सोची समझी रणनीति कही जा सकती है। इसके पीछे दो बड़े कारण हैं। पहला पार्टी की खाई साख वापस पाना, दूसरा राहुल गांधी को आगमी लोकसभा चुनाव में पीएम चेहरा प्रोजेक्ट करना। यह सभी जानते हैं कि जबसे भाजपा केंद्र में काबिज हुई है और नरेंद्र मोदी पीएम बने हैं तब से ही कांग्रेस अनेक राज्यों में अपनी सत्ता खो चुकी है। इससे सोनिया गांधी और राहुल गांधी की छवि भी लगातार गिरी है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राहुल की यात्रा के समापन मौके पर शामिल होने के लिए यूं तो 21 राजनीतिक दलों को चिट्ठी लिखी है, लेकिन असली तस्वीर 30 जनवरी को ही सामने आएगी। अब देखना यह है कि आमंत्रित दलों में से कितने दलों के मुखिया कांग्रेस के इस कार्यक्रम में शामिल होते हैं।
मल्लिकार्जुन खरगे ने आगे लिखा कि गर्मी, सर्दी और बारिश में यात्री रोजाना 20-25 किमी पैदल चलते हैं। उन्होंने यात्रा के संदेश को लाखों लोगों तक पहुंचाया है। यात्रा की शुरुआत से हमने हर समान विचारधारा वाले भारतीय यात्रा में आने के लिए आमंत्रित किया है। राहुल गांधी के आमंत्रण पर विभिन्न चरणों में कई राजनीतिक दलों के सांसद भी यात्रा में साथ चल हैं। अब मैं आपको 30 जनवरी को श्रीनगर में आयोजित होने वाले भारत जोड़ो यात्रा के समापन समारोह में व्यक्तिगत रूप से शामिल होने के लिए आमंत्रित करता हूं।
उन्होंने लिखा कि इस कार्यक्रम में हम घृणा और हिंसा से लड़ने, सत्य, करुणा और अहिंसा का संदेश फैलाने और सभी के लिए स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व और न्याय के संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करने के लिए खुद को प्रतिबद्ध करेंगे। हमारे देश के लिए संकट के इस समय में, जहां जनता के मुद्दों से जनता का ध्यान व्यवस्थित रूप से हटाया जा रहा है, ये यात्रा एक शक्तिशाली आवाज के रूप में उभरी है। मुझे उम्मीद है कि आप इसमें शामिल होंगे और इसके संदेश को और मजबूत करेंगे।
कांग्रेस की ओर से 21 दलों के नेताओं को चिठ्ठी लिखकर न्यौता दिया है। जिन दलों को लेटर लिखा गया है, उनमें टीएमसी, जेडीयू, शिवसेना, टीडीपी, एसपी, बीएसपी, डीएमके, सीपीआई, सीपीआईएम, जेएमएम,आरएलएसपी, हम, पीडीपी, एनसीपी, एमडीएमके, आईयूएमएल, केएसएम, आरएसपी प्रमुख हैं। इसके अलावा नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारुख अब्दुल्ला व उमर अब्दुल्ला, आरजेडी से लालू यादव व तेजस्वी यादव और शरद यादव को भी बुलावा गया है।
7 सितंबर 2022 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा 30 जनवरी 2023 को श्रीनगर में समाप्त होगी, जब राहुल गांधी जम्मू-कश्मीर में तिरंगा फहराएंगे। यह पदयात्रा अब तक तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्यों से गुजर चुकी है।
भारत जोड़ो यात्रा के पंजाब चरण की शुरुआत बुधवार से हुई है। पंजाब में पदयात्रा शुरू करने से पहले राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से बहुत कुछ सीखने को मिला। किसानों, दुकानदारों, मजदूरों, बेरोजगार युवाओं से बात की। राहुल गांधी ने फतेहगढ़ साहिब में कहा कि बीजेपी नफरत फैला रही है, लेकिन भारत भाईचारे, एकता और सम्मान के भाव में यकीन रखता है। यही कारण है कि भारत जोड़ो यात्रा सफल हो रही है।
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने ट्वीट किया कि, "कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने 30 जनवरी को भारत जोड़ो यात्रा के समापन समारोह में समान विचारधारा वाले 21 दलों के अध्यक्षों को पत्र लिखकर आमंत्रित किया है।"
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने खत में लिखा कि जैसा कि आप जानते हैं कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा अब तक 3300 किलोमीटर का सफर तय कर चुकी है। यात्रा में सद्भाव और समानता का एक बहुत ही सरल और स्थायी संदेश है। भारतीयों ने सदियों से इन मूल्यों के लिए संघर्ष किया है और ये हमारे संविधान में निहित हैं।