WBSSC SCAM: पश्चिम बंगाल के शिक्षा भर्ती घोटाले में लगातार नए नए खुलासे सामने आ रहे हैं। ईडी की सातवें दिन की पूछताछ में पार्थ ने बड़ा खुलासा किया है।
पार्थ ने कहा है कि उन्होने नौकरियां नेताओं के कहने पर दी हैं। चटर्जी के इस बयान से कुछ और नये नाम सामने आने की उम्मीद की जा रही है। जाहिर है इस बयान से पश्चिम बंगाल की राजनीति में भूचाल आ सकता है।
इधर अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों अब तक से 50 करोड़ रूपए कैश, करोड़ों का सोना और बहुत कुछ बरामद किया गया है। अब ईडी ने अर्पिता मुखर्जी से जुड़ी 8 कंपनियों के बैंक खाते फ्रीज कर दिए हैं। जिनमें से 2 करोड़ रूपए बरामद किए गए हैं।
लेकिन कैश क्वीन कही जा रही अर्पिता मुखर्जी की मां की जिन्दगी बिल्कुल उलट है। अर्पिता की मां गरीबी में जीवन-यापन कर रही हैं। उनको तो ये तक नहीं पता था कि उनकी बेटी के पास इतना पैसा है।
अर्पिता मुखर्जी, जिसके पास अथाह पैसा और संपत्ति बरामद हुई है। उसकी मां गरीबी और मुफलिसी में अपनी जिन्दगी बसर कर रही है।
कोलकता से कुछ किलोमीटर दूर बेलघोरिया इलाके में अर्पिता का पुश्तैनी मकान है। जहां उसकी मां अकेली रहती है। उसकी मां एक गुमनाम जिन्दगी जी रही है। उन्हें तो इतना भी नहीं पता कि उनकी बेटी के पास इतना पैसा है।
जहां एक और अर्पिता एक लग्जरी लाइफ जी रही है दूसरी ओर उसकी मां के पास मूलभूत सुविधाओं तक की कमी है। हालांकि अर्पिता ने अपनी बीमार मां की देखभाल के लिए हाउस हेल्प का इंतजाम कर रखा है, जो उनके भोजन पानी का ध्यान रखती है। स्थानीय लोगों के मुताबिक अर्पिता कभी कभार अपनी मां से मिलने आया करती थी।
एक जर्जर मकान में जैसे तैसे अपना जीवन- यापन कर रही अर्पिता की मां, अपनी बेटी की करतूत की वजह से किसी से बात तक नहीं कर रही है। अर्पिता की मां अपनी बेटी के बारे में कोई भी बात करना नहीं चाहती हैं। उन्होंने कहा कि वह अपने घर में भी आने-जाने वाले किसी व्यक्ति से इस संबंध में कोई भी बात नहीं करना चाहती हैं।
ईडी की पार्थ चटर्जी से हुई 7वें दिन की पूछताछ में एक नया खुलासा सामने आया है। इस पूछताछ में पार्थ ने कहा है कि उन्होने ये नौकरियां कुछ नेताओं के कहने पर दी हैं। इस बयान से साफ समझ आ रहा है कि आने वाले दिनों में टीएमसी के कुछ और नामों पर तलवार लटकने वाली है।
कयास लगाए जा रहे हैं कि कुछ और नेताओं के नाम सामने आ सकते हैं जो इस घोटाले में जुड़े हुए हैं।सूत्रों के मुताबिक ईडी अर्पिता और पार्थ को आमने सामने बैठाकर पूछताछ कर सकती है।
ED को अर्पिता के जिस फ्लैट से 22 करोड़ रुपए कैश मिले थे, उस सोसाइटी में पार्थ ने अलग-अलग नामों से एक पेंटहाउस और दो फ्लैट्स खरीद रखे हैं। छापेमारी के बाद सोसाइटी के ऐप से इन फ्लैट्स के बारे में जानकारी हटा दी गई है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बिल्डिंग के 19वीं और 20वीं मंजिल पर दो फ्लैट्स हैं, जबकि सबसे ऊपर पेंटहाउस बनाया गया है। लोगों ने बताया कि पार्थ कभी-कभी इस पेंटहाउस में आते थे।
इस मामले में लगातार पार्थ चटर्जी की मुश्किलें थमती नजर नहीं आ रही हैं। बताया जा रहा है कि ईडी के बाद सीबीआई और आयकर विभाग भी पार्थ चटर्जी से पूछताछ कर सकते हैं। पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी की बेनामी संपत्ति के मामले में आयकर विभाग दोनों से पूछताछ कर सकता है।