तमिलनाडु के प्रसिद्ध म्यूजिक डायरेक्टर इलैयाराजा (ilayaraja) की किताब अंबेडकर एंड मोदी (ambedkar & modi) पर विपक्षी पार्टियों ने हंगामा खड़ा कर दिया है। जानकारी के अनुसार इलैयाराजा ने 14 अप्रैल को रिलीज की गई अपनी किताब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना डॉ. बीआर अंबेडकर से की है। लेकिन अब इस किताब के रिलीज होने के
के बाद इलैयाराजा को DMK और कांग्रेस की कड़ी आलोचना झेलनी पड़ रही है। इधर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इलैयाराजा का पक्ष लेते हुए उन्हें सही ठहराया है।
नड्डा ने कहा कि तमिलनाडु में सत्ताधारी लोग देश के सबसे बड़े संगीतकारों में शुमार इलैयाराजा (ilayaraja) को बेइज्जत कर रहे हैं... और वो इसलिए कर रहे हैं क्यों कि उनके विचार कुछ राजनीतिक दलों से मेल नहीं खाते। नड्डा ने कहा कि बाबा साहेब ने संविधान निर्माता थे और उसी के तहत लोकतंत्र की परिकल्पना है तो क्या इन पार्टियों के लिए यही लोकतंत्र है... कि एक व्यक्ति अपने विचार भी जाहिर नहीं कर सकता।
नड्डा ने कहा कि हर किसी को अपने विचारों की आजादी है.... और किसी को सिर्फ इसलिए अपमानित नहीं किया जा सकता क्योंकि किसी व्यक्ति ने अपने विचार रखे हैं। ये अपमान के समान है।
14 अप्रैल को 'अंबेडकर एंड मोदी: रिफॉर्म्स आइडियाज (Ambedkar & Modi — Reformer’s Ideas) , परफॉर्मेंस इंप्लिमेंटेशन' नामक पुस्तक को लॉन्च किया गया था। ब्लूक्राफ्ट डिजिटल फाउंडेशन (BlueKraft Digital Foundation) ने इसे पब्लिश किया है। बताया जा रहा है कि इस किताब में अंबेडकर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना की गई है। तब से ही इस किताब पर कॉन्ट्रोवर्सी हो रही है।
चूंकी किताब इलैयाराजा की है और उनके भाई बीजेपी के लीडर है तो अब उनके परिवार को भी इस कॉन्ट्रोवर्सी का सामना करना पड़ रहा है।
नड्डा ने अपने वक्तव्य में ऑस्कर विनिंग संगीतकार एआर रहमान के बारे में भी प्रतिक्रिया दी। नड्डा ने कहा कि अभी हाल ही में एआर रहमान ने अमित शाह के हिंदी को एकीकृत भाषा के रूप में बोले जाने के बयान पर रिएक्शन दिया था। बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह के बयान के बाद रहमान ने कहा था कि तमिल को देश में लिंक भाषा होनी चाहिए। नड्डा ने कहा कि रहमान के इस बयान पर उनकी प्रशंसा की जा रही है... नड्डा ने कहा कि रहमान के अपने विचार हैं जो उन्हें रखने का हक है... इसी तरह इलैयाराजा को भी अपनी बात रखने का हक है। दोनों ही संगीतकारों की अपनी-अपनी सोच है। हर किसी की सोच अलग हो सकती है।
बता दें एआर रहमान संगीत के क्षेत्र में इलैयाराजा को अपना गुरु मानते हैं, ये बात खुद एआर रहमान सार्वजनिक मंचों पर कई बार कह चुके हैं। दरअसल रहमान ने अपने कॅरियर की शुरुआत इलैयाराजा से प्रेरणा लेकर ही की थी।
78 वर्षीय इलैयाराजा को दुनियाभर में उनके संगीत के लिए कई नामों से उपमा दी जाती है। 'उस्ताद,' इसाइगनी', लेकिन ये नाम भी राजा को ट्रोल होने से नहीं बचा पा रहे हैं।जे. पी. नड्डा‚ राष्ट्रीय अध्यक्ष‚ बीजेपी
इधर पी. चिदंबरम के बेटे और सांसद कार्ति चिदंबरम ने अंबेडकर और मोदी की तुलना को गलत बताया कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा कि यह तुलना पूरी तरह से गलत है, मोदी की तुलना उस विद्वान के साथ की गई है, जिसने हमारे संविधान को तैयार करने में अहम किरदार निभया।
इलैयाराजा के छोटे भाई गंगाई अमरान ने कहा कि राजा पीएम मोदी पर किए गए अपने बयान को वापस नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि हर किसी को अपने विचार अपनी सोच रखने का राइट है। बता दें कि गंगई अमरन साल 2017 में भाजपा में शामिल हुए थे।