Lok Sabha Elections 2024: तुष्टीकरण की राजनीति के चक्कर में किसी न किसी बहाने हिंदुओं को कोसने, गीता की तुलना जिहाद से और हिदुत्व की तुलना आतंकी संगठन ISIS और बोको हरम से करने वाली कांग्रेस पार्टी को अब हिंदू वोट बैंक याद आने लगा है। वर्ष 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में कांग्रेस अब हिंदू कार्ड खेलती नजर आ रही है।
पार्टी के स्थापना दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री एके एंटनी ने मोदी को हराने के लिए हिंदू वोट बैंक पर ध्यान देने की जरूरत बताई। अब प्रश्न यह उठता है कि हमेशा से अल्पसंख्यकों को खुश रखने के लिए हिंदुओं को टारगेट करने वाली कांग्रेस पर क्या हिंदू विश्वास करेगा?
क्या हिंदू वोटर यह सब भूल जाएगा कि कांग्रेस ने तुष्टीकरण के लिए हिंदुओं पर भगवा आतंकवाद की तोहमत लगाई, रातसेतु के अस्तित्व को नकारा, राम मंदिर का विरोध किया, गीता की तुलना जिहाद से की, हिदुत्व की तुलना आतंकी संगठन ISIS और बोको हरम से की, अफजल गुरु समेत कई आंतकियों को बचाने के प्रयास किए, कई आतंकियों के पक्ष में पार्टी खुलकर उतरी, टुकड़े-टुकड़े गैग का समर्थन किया, J&K से धारा 370 हटाने का विरोध किया, कृषि बिल, नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (NRC) बिल, CAA का विरोध आदि-आदि।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री एके एंटनी ने हिंदू वोट बैंक के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि कांग्रेस को 2024 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से उतारने के लिए बहुसंख्यक समुदाय को साथ लेना चाहिए, सिर्फ अल्पसंख्यकों के बल पर ये लड़ाई नहीं जीती जा सकती।
कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य एके एंटनी पार्टी के स्थापना दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कांग्रेस को हिंदुओं के प्रति ज्यादा संवेदनशील होने के लिए कहा।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा, 'भारत में बहुसंख्यक लोग हिंदू हैं और इस बहुसंख्यक समुदाय को नरेंद्र मोदी के खिलाफ लड़ाई में शामिल किया जाना चाहिए।' उन्होंने कहा कि सभी को सतर्क रहना चाहिए और 'फासीवाद के खिलाफ लड़ाई' में बहुसंख्यक समुदाय को साथ लेना चाहिए।
एंटनी ने कहा कि जैसे अल्पसंख्यकों को अपने धर्म और आस्था को मानने की स्वतंत्रता है, उसी तरह हिंदू समुदाय के लोगों को भी मंदिर जाने, तिलक लगाने का अधिकार है। जब जब वो ऐसा हिंदू समुदाय के लोग ऐसा करते हैं तो उन्हें एक नरम हिंदुत्व को मानने वाले लोगों के रूप में दिखाया जाता है, जो कि सही रणनीति नहीं है, इससे नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी को फायदा होगा और वो एक बार फिर सत्ता में लौट जाएंगे।
बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस की नीति ‘हिंदू को दो गाली, ताकि मिले वोट बैंक की ताली’ की रही है। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ने कई बार भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाया है, राम मंदिर का भी विरोध किया। कांग्रेस ने गीता की तुलना जिहाद से की है और हिदुत्व की तुलना आतंकी संगठन ISIS और बोको हरम से की है।' उन्होंने कहा कि जो कांग्रेस पहले वोट बैंक के लिए हिंदुत्व को आतंकवाद से जोड़ा, अब उसी पार्टी के दिग्गज नेता ने उसकी इन बातों को खारिज कर दिया है।
आंध्र प्रदेश बीजेपी के नेता विष्णु वर्धन रेड्डी ने राहुल गांधी को टैग करते हुए कहा, 'यह बतलाता है कि क्यों राहुल गांधी खुद के जनेऊधारी ब्राह्मण होने का दावा करते हैं।'
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने भी एंटनी के बयान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए भारत के लोग भारतीय नहीं हैं, बल्कि वो भारतीयों को बहुसंख्यक-अल्पसंख्यक, हिंदू-मुस्लिम में बांट चुके हैं। अब पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी कह रहे हैं कि कांग्रेस को मोदी सरकार को गिराने के लिए हिंदुओं के समर्थन की जरूरत है, अल्पसंख्यकों का समर्थन ही पर्याप्त नहीं है।