देश आज 26 जनवरी को अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस का मुख्य समारोह इस बार कई मायनों में अलग है। पहली बार गणतंत्र दिवस परेड कर्तव्य पथ से गुजरेगी। पहले यह पथ राजपथ के नाम से जाना जाता था। ऐसा पहली बार होगा कि परेड देखने के लिए वीवीआईपी पहली पंक्ति में नहीं होंगे।
इस बार पहली पंक्ति में रिक्शा चालक, ड्यूटी पाथ बनाने वाले मजदूर और उनके रिश्तेदार बैठेंगे, जिन्हें श्रमजीवी नाम दिया गया है. अग्निवीर पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेंगे। कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस समारोह में पहली बार राष्ट्रपति द्रौपदी परेड की सलामी लेंगी।
बता दें कि इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल सिसी हैं। परेड में मिस्र का 120 सदस्यीय मार्चिंग दस्ता भी शामिल हुआ। दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे हो रहे हैं।
ऐसे में इस महत्वपूर्ण अवसर को मनाने के लिए आपसी सौहार्द, मित्रता और सद्भावना के प्रतीक के रूप में राष्ट्रपति को आमंत्रित किया गया है। पहली बार 105 एमएम की स्वदेशी तोप से 21 तोपों की सलामी दी गई। परेड में आखिरी बार नजर आया नौसेना के आईएल-38 विमान। फ्लाई पास्ट में रफाल, एएलएच, सुखोई जैसे 44 विमान शामिल किया गया।
गणतंत्र दिवस समारोह शुरू होने से पहले पीएम मोदी राष्ट्रीय युद्ध स्मारक गए और शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सिसी आज नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि हैं। गणतंत्र दिवस परेड में मिस्र की सैन्य टुकड़ी भी शामिल हुई।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'गणतंत्र दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं। इस बार यह अवसर इसलिए भी खास है क्योंकि हम इसे आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान मना रहे हैं। देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने के लिए हम एक होकर आगे बढ़ें, यही कामना है।
गणतंत्र दिवस पर आज होगा सबसे बड़ा ड्रोन शो, इसमें 3,500 स्वदेशी ड्रोन शामिल होंगे। आज इन ड्रोन से आसमान रोशन होगा।
नेवी का जासूसी विमान IL-38 आज गणतंत्र दिवस परेड के दौरान अपनी आखिरी उड़ान भरेगा। समुद्री टोही विमान IL-38 ने चार दशकों से अधिक समय तक मरीन कॉर्प्स की सेवा की।
गणतंत्र दिवस पर आज दिल्ली में सुरक्षा कड़ी है। भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित है। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। गणतंत्र दिवस पर मेट्रो सेवा भी मुफ्त है।