देश में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार कमी देखते हुए अधिकतर पाबंदियां को खत्म किया जा रहा था। लेकिन हाल ही में कोरोना के एक नए वैरिएंट ने सबकी चिंताएं फिर बढ़ा दी हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरोना का यह नया वैरिएंट ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट है। इसका नाम BA.5.1.7 है और यह वायरस काफी तेजी से फैलता है। जानकारी के मुताबिक, भारत में BF.7 सब-वैरिएंट के पहले मामले के बारे में गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर ने पता लगाया गया है।
नए वैरिएंट के बाद हेल्थ एक्सपर्ट ने सावधानी बरतने की सलाह दी है क्योंकि चीन में कोविड -19 मामलों में आई तेजी का कारण कथित तौर पर BF.7 और BA.5.1.7 वैरिएंट ही बताया जा रहा है। ओमिक्रॉन के नए उप-वेरिएंट BA.5.1.7 और BF.7, अत्यधिक संक्रामक माने जाते हैं और अब ये दुनियाभर में फैल रहे हैं।
एशियाई अस्पताल फरीदाबाद की कंसल्टेंट फिजिशियन और संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ। चारु दत्त अरोड़ा (के मुताबिक, 'ओमिक्रॉन स्पॉन' नाम का एक नया वैरिएंट जिसे तकनीकी रूप से BA.5.1.7 और BF.7 नाम दिया गया है, चीन के मंगोलिया में पाया गया था। इस वैरिएंट के बारे में यह बताया गया था कि पिछले दो हफ्तों में यह वैरिएंट संयुक्त राज्य अमेरिका में (0.8 से 1.7%) दोगुना हो गया है। यूके, जर्मनी और फ्रांस जैसे यूरोपीय देशों में इस वैरिएंट के लगभग 15-25 प्रतिशत मामले हैं।”
एक्सरपर्ट के अनुसार इन वैरिएंट के लक्षण पुराने वैरिएंट की तरह ही होंगे लेकिन एक निश्चित समय के साथ ही सामने आएंगे। डॉ। अरोड़ा के मुताबिक, शरीर में दर्द इस वैरिएंट का मुख्य लक्षण है। जिन लोगों में इसके लक्षण नहीं नजर आते और अगर वे संक्रमित हैं तो वह भी संक्रमण फैला सकते हैं।"
डॉ. वेंकटगोपालन का कहना है कि, 'हम वास्तव में इस नए वैरिएंट के लक्षणों के बारे में नहीं जानते क्योंकि अभी उतना डेटा उपलब्ध नहीं है। हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा। जहां तक दुनिया की बात करें तो यह दुनिया भर में फैल रहा है और संक्रमण के अधिक फैलने का कारण भी बन रहा है। अधिकांश लोगों की टेस्टिंग जीनोम सीक्वेंसिंग के माध्यम से टेस्टिंग नहीं हुई है इसलिए अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।'
राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार ग्रुप वैक्सीनेशन (NTAGI) के चेयरमैन डॉ. एनके.अरोड़ा का कहना है कि नए वैरिएंट से नई लहर आने की संभावना बढ़ सकती है क्योंकि इस दौरान बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होंगे। कहीं पर भी कोई प्रतिबंध नहीं हैं और ना ही लोग मास्क लगा रहे हैं। अगर भीड़-भाड़ के समय में वायरस फैलता है तो मात्र 3-4 हफ्तों में भारत की आबादी में फैल सकता है। सर्दियों का मौसम भी आ रहा है इसलिए गले में खराश और नाक बहने की समस्या भी बढ़ने की उम्मीद है।
डॉ. एनके.अरोड़ा कहते हैं कि दिवाली का त्योहार नजदीक है। लोगों को कोविड वैरिएंट से घबराना नहीं है बल्कि सावधानी रखनी है। जैसे, जितना हो सके कम से कम लोगों से मिलने की कोशिश करें। भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें। साबुन और पानी से अच्छी तरह से हाथ धोकर हाथों को समय-समय पर साफ करते रहें। जो लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं, वे लोग मास्क लगाना शुरू करें। इससे वह प्रदूषण से भी बच सकते हैं। अगर कोई भी लक्षण नजर आता है तो उसे हल्के में ना लें।