घटना 21 जुलाई की रात की बताई जा रही है । आरोपियों में से एक महिला को जानता है। रेलवे डीसीपी हरेंद्र सिंह ने बताया कि 30 वर्षीय पीड़िता के साथ 21 जुलाई की रात को रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म 8-9 पर इलेक्ट्रिकल मेंटेनेंस स्टाफ ने दुष्कर्म किया । चारों आरोपी रेलवे में बिजली विभाग के कर्मचारी हैं।
सामूहिक दुष्कर्म की घटना बिजली के मेंटेनेंस स्टाफ के कमरे के अंदर हुई। 22 जुलाई को तड़के 2:27 बजे पुलिस को फोन करने वाली महिला ने बताया कि रेलवे स्टेशन के एक कमरे में दो लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया । यह कॉल सबसे पहले PS ODRS पर रिसीव हुई थी। वहां मौजूद स्टाफ ने फोन करने वाली महिला की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिली।
दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क करने पर पता चला कि महिला नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 8-9 पर खड़ी है । घटना की सूचना मिलते ही एसएचओ एनडीआरएस स्टाफ के साथ प्लेटफॉर्म नंबर 8-9 पर पहुंचे । जहां फोन करने वाली पीड़िता मौजूद थी। फरीदाबाद की रहने वाली पीड़िता ने बताया कि वह पिछले एक साल से अपने पति से अलग रह रही थी, और तलाक के लिए कोर्ट में केस लड़ रही है ।
पीड़िता ने बताया कि करीब 2 साल पहले वह एक कॉमन फ्रेंड के जरिए एक लड़के के संपर्क में आई थी। लड़के ने उससे कहा कि वह एक रेलवे कर्मचारी है और उसके लिए नौकरी की व्यवस्था करेगा । इसके बाद दोनों फोन पर बात करने लगे। 21 जुलाई की रात आरोपी लड़के ने पीड़िता को एक छोटी सी पार्टी में बुलाया । आरोपी ने कहा कि उसके बेटे का जन्मदिन है, साथ ही उसने एक नया घर भी खरीदा है, इसके लिए उसे एक पार्टी देनी होगी। आरोपी के बुलाने पर रात करीब साढ़े दस बजे पीड़िता मेट्रो के जरिए कीर्ति नगर आई । जहां से आरोपी पीड़िता को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन लेकर आए। वहां आरोपी लड़के ने इलेक्ट्रिक मेंटेनेंस स्टाफ के लिए बने एक छोटे से कमरे में बैठने को कहा।
कुछ देर बाद आरोपी लड़का और उसका दोस्त कमरे के अंदर आए और उसे अंदर से बंद कर दिया। इसके बाद दोनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इस दौरान उसके दो साथी कमरे के बाहर पहरा दे रहे थे। पीड़िता के साथ मारपीट भी की गई।
आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 376डी/342 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। चारों आरोपी रेलवे में बिजली विभाग के कर्मचारी हैं।