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Indian Navy: स्वदेशी विक्रांत नौसेना के हवाले, ध्वज से हटा गुलामी का निशान; मोदी बोले- अमृत महोत्सव का अतुलनीय अमृत

Kunal Bhatnagar

नौसेना में 2 सितंबर को अपना पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत मिला। साथ ही एक और बड़ा बदलाव हुआ। नौसेना ने नया नौसैनिक झंडा सौंपा। इसमें से अंग्रेजों के प्रतीक क्रॉस का लाल निशान हटा दिया गया है। अब इसमें तिरंगा और अशोक चिन्ह है, जिसे पीएम मोदी ने महाराज शिवाजी को समर्पित किया।

प्रधानमंत्री ने किया

आईएनएस विक्रांत को नौसेना को सौंपने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और नौसेना के अधिकारी।

आईएनएस विक्रांत को नौसेना को सौंपने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और नौसेना के अधिकारी।

मोदी के बारे में 3 सबसे बड़ी बातें...

1. मजबूत भारत की यह सशक्त तस्वीर

प्रधान मंत्री मोदी ने कहा, "यह भारतीयों के लिए गर्व का क्षण है। यह भारत की प्रतिभा का एक उदाहरण है। यह एक मजबूत भारत की एक शक्तिशाली तस्वीर है। यह अमृत महोत्सव का अतुलनीय अमृत है। यह बताता है कि यदि आप दृढ़ हैं, तो कुछ भी नहीं असंभव है आज हम एक नए सूरज का उदय देख रहे हैं।

यह कितनी बिजली पैदा करता है? इससे 5 हजार घर रोशन किए जा सकते हैं। यह दो फुटबॉल मैदानों के बराबर है। केबल और तार कोच्चि से शुरू होकर काशी पहुंच सकते हैं। ये जटिलताएं हमारे इंजीनियरों की जीवन शक्ति का उदाहरण हैं।"

2. नया नौसेना झंडा शिवाजी को समर्पित

मोदी ने कहा- शत्रु शिवाजी की समुद्री शक्ति से कांपते थे। आज मैं नया नौसेना झंडा छत्रपति वीर शिवाजी महाराज को समर्पित करता हूं। यह नया झंडा नौसेना की ताकत और स्वाभिमान को मजबूत करेगा। अब तक नौसेना के झंडे में गुलामी की तस्वीर होती थी। हमने इस तस्वीर को हटा दिया है।

3. आईएनएस विक्रांत ने भारत में डाला नया विश्वास

मोदी ने कहा- विक्रांत बड़ा है, खास है, गर्व है. यह सिर्फ युद्धपोत नहीं है। यह 21वीं सदी के भारत की कड़ी मेहनत, कौशल और परिश्रम का प्रमाण है।

आज भारत उन देशों की सूची में शामिल हो गया है जो अपनी तकनीक से इतने बड़े जहाज बना सकते हैं। आज आईएनएस विक्रांत ने भारतीयों को नए आत्मविश्वास से भर दिया है।

जानिए नौसेना का नया झंडा

  • भारतीय नौसेना को शुक्रवार को एक नया नौसैनिक झंडा मिला है। पहले इस पर रेड क्रॉस का निशान था। इसे हटा दिया गया है। अब बाईं ओर तिरंगा और दाईं ओर अशोक चक्र का प्रतीक है। इसके नीचे लिखा है- शम न वरुण: यानी वरुण हमारे लिए शुभ है।

  • पहले नौसेना के झंडे पर रेड क्रॉस होता था। यह सेंट जॉर्ज क्रॉस था, जो ब्रिटिश ध्वज यूनियन जैक का हिस्सा था। सेंट जॉर्ज क्रॉस एक ईसाई संत और योद्धा का प्रतीक था।

  • रेड क्रॉस को 2001 में हटाकर 2004 में बहाल कर दिया गया था। 2001 से 2004 तक इसमें अशोक का चिन्ह रखा गया था।

  • 2014 में नीले अशोक चिन्ह के नीचे सत्यमेव जयते लिखा गया था।

ध्येय वाक्य ऋग्वेद से लिया गया

विक्रान्त को आज नौसेना में भर्ती किया गया है। नौसेना में शामिल विक्रान्त का आदर्श वाक्य है: जयेम सं युधि स्पृधः (हम युद्ध में शत्रुओं पर पूर्ण विजय पाएं) है। जिसे ऋग्वेद (1.8.3) से लिया गया है।

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