लगातार देश में बेटियों को टारगेट करने के मामलें सामने आ रहे है। आखिर कब तक देश में निकिता, अंकिता, और काजल जैसी लड़किया जिहादी मानसिकता का शिकार होती रहेगी।
क्या सरकारें इस तरह की जिहादी मानिसकता वालें लोगों पर कार्रवाई कर इनको सख्त सजा देगा? या फिर वोट बैंक की खातिर इन लोगों के अपराधों को इग्नोर करके इस तरह की घटना को समान्य रुप से देखा जाएगा।
क्योंकि जिस तरह से इन जिहादी मानसिकता के साथ आरोपियों द्वारा लगातार एक के बाद एक घटना को अंजाम दिया जा रहा है। लगता नहीं है कि इनमें कानून का जरा सा भी डर बचा है।
हाल ही में अंकिता हत्याकांड के बाद अंकिता की दोस्त ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। जिसमें सलमान के साथी रईम पर अंकिता की दोस्त को धमकी देने के साथ-साथ अपहरण करने के गंभीर आरोप लगे है।
अंकिता हत्याकांड के मुख्य आरोपी शाहरुख के सहयोगी नईम की गिरफ्तारी के बाद अब कई खुलासे हो रहे हैं।
31 अगस्त को ओल्ड दुमका निवासी एक नाबालिग ने मीडिया के सामने आकर कई बातों का खुलासा किया।
लड़की ने बताया, 'नईम उस पर धर्म बदलने और शादी करने का दबाव बना रहा था। मना करने पर वह दुबई में अपने भाई को बेचने की धमकी देता था। कुछ दिनों के बाद उन्होंने अंकिता को जलाकर मार डाला।
पीड़िता ने कहा, 'घटना पिछले साल की है। वह कोचिंग जाती थी। उस समय नईम लड़की को परेशान करता था।
साथ ही इस बारे में किसी को बताने पर पूरे परिवार को बर्बाद करने की धमकी भी देता था। लड़की से बार-बार फोन नंबर भी नईम मांगता था।
पीड़िता ने बताया, 'एक दिन मैं घर के सामने गली में खड़ी थी, तभी नईम ने मेरा अपहरण कर एक कमरे में बंद कर दिया। बाद में परिजनों की शिकायत पर दुमका पुलिस ने मुझे छुड़ाया।
नईम को पॉक्सो एक्ट के तहत जेल भेज दिया गया था, लेकिन जब उसे जमानत पर रिहा किया गया, तो उसने मेरे परिवार को केस वापस लेने की धमकी देना शुरू कर दिया।
इसी बीच अंकिता को जलाकर मार डालने की घटना सामने आई। नईम के भी इसमें शामिल होने की बात सुनकर मेरा परिवार हैरत में है।
इसके अलावा नईम ने इसी मोहल्ले के केवट परिवार की एक विवाहिता का अपहरण भी किया था। करीब तीन महीने तक उसे अपने पास रखा।
बाद में महिला के परिजनों ने पुलिस की मदद ली, तभी महिला को बचाया जा सका।