ऑपरेशन लोटस को लेकर दिल्ली में मचा सियासी बवाल लगातार जारी है। इसी बीच केजरीवाल सरकार ने शुक्रवार को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया।
सत्र शुरू ही हुआ थी कि सदन में आप विधायकों ने 20 खोखे के नारे लगाने शुरू कर दिए। दरअसल, आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि भाजपा उनके विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है और इसके लिए भाजपा ने 20 करोड़ रूपए ऑफर किए हैं ।
इधर विधानसभा में भाजपा विधायकों ने भी हंगामा किया और मनीष सिसोदिया के इस्तीफे की मांग की।
हंगामे के चलते डिप्टी स्पीकर ने भाजपा के सभी विधायकों को पूरे दिन के लिए मार्शल आउट कर दिया। मार्शल आउट होने के बाद विधायक सदन के बाहर गांधी मूर्ति पर प्रदर्शन करने लगे।
सदन में अपनी बात रखते हुए डिप्टी सीएम सिसोदिया ने प्रधानमंत्री मोदी पर टिप्पणी की और उनकी सोच को घटिया बताया। इस तरीके से सिसोदिया ने देश के संवैधानिक पद की तौहीन करने में भी संकोच नहीं किया।
सिसोदिया ने कहा कि कोई भी अच्छा काम करे PM को असुरक्षा होने लगती है। मैंने पहली बार इतना असुरक्षित व्यक्ति देखा है। अच्छा काम करने वालों को रोकने वाली जो हरकत है, यह PM की घटिया सोच को प्रदर्शित करती है। यह बताती है कि PM की सोच कितनी छोटी है।
भाजपा विधायकों ने भी शराब पॉलिसी में सिसोदिया के भूमिका को लेकर नारेबाजी की। तो वहीं सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता शराब बोतल के कटआउट लेकर सड़कों पर भी उतरे।
गुरुवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर विधायक दल की मीटिंग बुलाई गई थी, जिसमें डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत 9 विधायक नहीं मौजूद नहीं थे।
हालांकि सिसोदिया को लेकर पार्टी ने कहा कि वे हिमाचल दौरे पर गए हैं। वहीं बताया जा रहा है कि कुछ विधायकों से पार्टी हाईकमान का संपर्क भी नहीं हो पा रहा है।
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह विधूड़ी ने विधानसभा के विशेष सत्र बुलाए जाने को लेकर अरविंद केजरीवाल पर बड़ा हमला बोला है।
उन्होंने कहा- असेंबली को पॉलिटिकल अखाड़ा न बनाएं। विधूड़ी ने आगे कहा कि दिल्ली सरकार की ओर से बुलाया गया विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र लोकतंत्र का मजाक बनाने जैसा है।