केंद्र सरकार ने बुधवार को हज यात्रियों के लिए VIP कोटा खत्म कर दिया है। ऐसे में अब वीआईपी तीर्थयात्रियों को आम हज यात्रियों की तरह यात्रा करनी होगी। सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि हज कमेटी को भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री के साथ वीआईपी कोटा आवंटित किया जाता था।
मिली जानकारी के मुताबिक यह VIP कोटा साल 2012 में लागू किया गया था, जिसके लिए 500 सीटें तय की गई थीं। इनमें राष्ट्रपति को 100, उप राष्ट्रपति को 75, प्रधानमंत्री को 75, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री को 50 और हज कमेटी ऑफ इंडिया को 200 सीटें आवंटित की गई थीं। इनमें से राष्ट्रपति कोटे की 100 सीटों को छोड़कर बाकी सभी 400 वीआईटी सीटों को रद्द कर दिया गया है। ऐसे में ये सीटें आम लोगों को भी अलॉट की जा सकती हैं।
सऊदी अरब में वार्षिक हज यात्रा इस साल बड़े स्तर पर लोगों के पहुंचने की उम्मीद है, क्योंकि कोरोनोवायरस महामारी के कारण पिछली बार लगाए गए प्रतिबंधों के कारण लोगों हज यात्रा पर नहीं जा सके थे।
इस्लाम में, सभी सक्षम मुसलमानों के लिए अपने जीवन में एक बार हज करना आवश्यक है। दुनिया भर के कई देशों के लाखों लोग सालाना हज के मौके पर इस्लाम के पवित्र शहर मक्का में इकट्ठा होते हैं और इसे लोगों के सबसे बड़े जमावड़े में से एक माना जाता है।
वर्ष 2019 में, कोरोना वायरस महामारी से पहले, 24 लाख लोगों ने हज यात्रा में भाग लिया, लेकिन 2020 में महामारी के कारण लगाए गए लॉकडाउन के कारण, सऊदी अरब ने तीर्थयात्रियों की संख्या को केवल 1000 तक सीमित कर दिया।