Why Hindu on Target in India: रामचरितमानस और भगवान राम पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों की फेहरिस्त दिन-ब-दिन लंबी होती जा रही है। जहां एक तरफ रामचरितमानस पर बिहार के मंत्री की आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद अब समाजवादी पार्टी (सपा) नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के एक बयान को लेकर विवाद बढ़ा दिया है।
सपा नेता ने कहा, इस किताब को बकवास बताते हुए कहा कि सरकार को इस पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। वहीं लेखक और 'बुद्धिजीवी' केएस भगवान ने एक कार्यक्रम के दौरान रामचरितमानस का जिक्र करते हुए कहा कि 'दोपहर में राम की गतिविधि सीता के साथ बैठकर शराब पीना था।
बता दें कि हाल ही के दिनों में देश में बागेश्वर धाम सरकार को लेकर काफी हंगामा हो रहा है। जिसके बाद सोशल मीडिया पर लगातार यूजर्स द्वारा हिन्दू धर्म को टारगेट करने का आरोप लग रहा है। लोगों का कहना है कि कोई भी व्यक्ति आकर हिन्दू धर्म पर सवाल खड़ा कर देता है, हिन्दू धर्म (Hindu) के ग्रंथों तो बारें में कुछ भी टिप्पणी कर देता है। क्या इस तरह से कोई व्यक्ति किसी दूसरे धर्म के बारे में बोलने की हिम्मत कर सकता है क्या?
Why Hindu Target in India: रामचरितमानस पर बिहार के मंत्री की आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद अब समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, रामचरितमानस में दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है। तुलसीदास ने अपनी खुशी के लिए पुस्तक लिखी।
Why Hindu Target in India: एक न्यूज चैनल से बातचीत में सपा नेता ने रामचरितमानस के एक अंश का हवाला देते हुए कहा, ब्राह्मण भले ही दुराचारी, अनपढ़ हो, लेकिन वह ब्राह्मण है। उसको पूजनीय कहा गया है। लेकिन शूद्र कितना भी ज्ञानी हो, उसका सम्मान मत कीजिए। मौर्य ने उठाया सवाल, क्या यही धर्म है?
एक चैनल से बात करते हुए मौर्य ने कहा कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री पर हमला बोलते हुए कहा, धर्म के ठेकेदार ही धर्म बेच रहे हैं। धीरेंद्र शास्त्री पाखंड फैला रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि इससे पहले 11 जनवरी को बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने भी रामचरित मानस को नफरत फैलाने वाला हिंदू धर्म ग्रंथ बताया था।
कर्नाटक के रहने वाले लेखक और 'बुद्धिजीवी' केएस भगवान ने भगवान राम और सीता माता को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। केएस भगवान ने दावा किया कि 'वाल्मीकि रामायण' में कहा गया है कि भगवान राम हर दोपहर अपनी पत्नी सीता के साथ बैठकर शराब पीते थे।
लेखक और 'बुद्धिजीवी' केएस भगवान शुक्रवार को कर्नाटक के मांड्या जिले में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने रामचरितमानस का जिक्र किया और कहा, 'दोपहर में राम की मुख्य गतिविधि सीता के साथ बैठकर शराब पीना था। मैं यह नहीं कह रहा हूँ। दस्तावेज और वाल्मीकि रामायण यही कहते हैं।