राष्ट्रीय

जनसंख्या नियंत्रण को लेकर क्यों हो रहा बवाल ? ओवैसी बोले- मुसलमान भारत का मूल निवासी नहीं है ?

Deepak Kumawat

विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बढ़ती जनसंख्या पर निराशा व्यक्त करने के बाद AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार किया। उन्होंने योगी आदित्यनाथ से पूछा है कि क्या मुसलमान भारत का मूल निवासी नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर हम हकीकत देखें तो मूल निवासी आदिवासी और द्रविड़ लोग ही हैं। ओवैसी ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में 2026-2030 तक बिना किसी कानून के वांछित प्रजनन दर हासिल कर ली जाएगी। लेकिन ये नहीं बताया कैसे?

ओवैसी ने मुसलमानों के बारे में क्या कहा?
ओवैसी ने कहा कि उनके अपने स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए देश में किसी कानून की जरूरत नहीं है। गर्भनिरोधक का सबसे ज्यादा इस्तेमाल मुसलमान कर रहे हैं। 2016 में कुल प्रजनन दर 2.6 थी जो अब 2.3 है। देश का जनसांख्यिकीय वितरण सभी देशों में सबसे अच्छा है।

खाना खाना और आबादी बढाना तो जानवरों का काम - मोहन भागवत

जनसंख्या नियंत्रण को लेकर जारी खींचतान के बीच RSS प्रमुख मोहन भागवत ने बड़ा बयान दिया है। भागवत श्री सत्य साईं यूनिवर्सिटी फॉर ह्यूमन एक्सीलेंस के पहले दीक्षांत समारोह में पहुंचे थे और वहां भाषण देते हुए उन्होंने बिना जिक्र किए जनसंख्या नियंत्रण पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि खाना खाना और आबादी बढाना तो जानवरों का काम है, इंसान का काम दूसरों की रक्षा करना है उन्होंने कहा कि सिर्फ जिंदा रहना ही जिंदगी का उदेश्य नहीं होना चाहिए। मनुष्य के कई कर्तव्य होते हैं, जिनका निर्वाहन उन्हें समय-समय पर करते रहना चाहिए ।

जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़ा, लेकिन जनसांख्यिकीय असंतुलन की स्थिति पैदा नहीं हो सकी। लखनऊ में विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा की शुरुआत की "जब हम परिवार नियोजन/जनसंख्या स्थिरीकरण की बात करते हैं, तो हमें यह ध्यान रखना होगा कि जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़े, लेकिन जनसांख्यिकी असंतुलन की स्थिति भी न पैदा होने पाए ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
धार्मिक जनसांख्यिकी पर भी प्रतिकूल प्रभाव
ऐसा न हो कि जनसंख्या वृद्धि की गति या किसी समुदाय का प्रतिशत अधिक हो और हम 'मूल निवासियों' की जनसंख्या को स्थिर करने के लिए जागरूकता या प्रवर्तन के माध्यम से काम कर रहे हैं। इसका धार्मिक जनसांख्यिकी पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और वहां अराजकता और अव्यवस्था शुरू हो जाती है। इसलिए जब हम जनसंख्या स्थिरीकरण की बात करते हैं तो यह सभी के लिए समान होना चाहिए और चाहे वह किसी भी जाति, धर्म, भाषा या क्षेत्र का हो।

सबसे अधिक आबादी वाला राज्य उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश देश में सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है, जहां की वर्तमान जनसंख्या 24 करोड़ से अधिक है और आने वाले कुछ वर्षों में यह 25 करोड़ को पार कर सकती है। हम सभी जानते हैं कि पिछले पांच साल से जनसंख्या स्थिरीकरण को लेकर देश भर में जन जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। एक निश्चित पैमाने पर जनसंख्या भी समाज की उपलब्धि है, लेकिन यह उपलब्धि तभी है जब समाज स्वास्थ्य और कल्याण की स्थिति को प्राप्त कर सके।

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