विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बढ़ती जनसंख्या पर निराशा व्यक्त करने के बाद AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार किया। उन्होंने योगी आदित्यनाथ से पूछा है कि क्या मुसलमान भारत का मूल निवासी नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर हम हकीकत देखें तो मूल निवासी आदिवासी और द्रविड़ लोग ही हैं। ओवैसी ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में 2026-2030 तक बिना किसी कानून के वांछित प्रजनन दर हासिल कर ली जाएगी। लेकिन ये नहीं बताया कैसे?
जनसंख्या नियंत्रण को लेकर जारी खींचतान के बीच RSS प्रमुख मोहन भागवत ने बड़ा बयान दिया है। भागवत श्री सत्य साईं यूनिवर्सिटी फॉर ह्यूमन एक्सीलेंस के पहले दीक्षांत समारोह में पहुंचे थे और वहां भाषण देते हुए उन्होंने बिना जिक्र किए जनसंख्या नियंत्रण पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि खाना खाना और आबादी बढाना तो जानवरों का काम है, इंसान का काम दूसरों की रक्षा करना है उन्होंने कहा कि सिर्फ जिंदा रहना ही जिंदगी का उदेश्य नहीं होना चाहिए। मनुष्य के कई कर्तव्य होते हैं, जिनका निर्वाहन उन्हें समय-समय पर करते रहना चाहिए ।
जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़ा, लेकिन जनसांख्यिकीय असंतुलन की स्थिति पैदा नहीं हो सकी। लखनऊ में विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा की शुरुआत की "जब हम परिवार नियोजन/जनसंख्या स्थिरीकरण की बात करते हैं, तो हमें यह ध्यान रखना होगा कि जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़े, लेकिन जनसांख्यिकी असंतुलन की स्थिति भी न पैदा होने पाए ।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश देश में सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है, जहां की वर्तमान जनसंख्या 24 करोड़ से अधिक है और आने वाले कुछ वर्षों में यह 25 करोड़ को पार कर सकती है। हम सभी जानते हैं कि पिछले पांच साल से जनसंख्या स्थिरीकरण को लेकर देश भर में जन जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। एक निश्चित पैमाने पर जनसंख्या भी समाज की उपलब्धि है, लेकिन यह उपलब्धि तभी है जब समाज स्वास्थ्य और कल्याण की स्थिति को प्राप्त कर सके।