उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने कई शहरों के नामों को परिवर्तित किया है। अब इसी कड़ी में आगरा के ताजमहल का नाम बदलने की कवायद एक बार फिर शुरू हो गई है। ताजमहल का नाम बदलकर तेजो महालय करने का मुद्दा आज आगरा के नगर निगम भवन में गरमा सकता है।
आज नगर निगम में ताजमहल का नाम बदलने पर भी चर्चा हो सकती है। भाजपा पार्षद शोभाराम राठौर ने आज चर्चा का प्रस्ताव रखा है।
भाजपा पार्षद शोभाराम राठौर ने ताजमहल का नाम बदलकर तेजो महालय करने का प्रस्ताव रखा है। कानूनी पहलुओं पर विचार करने के बाद ही प्रस्ताव भेजा जा सकता है। आगरा नगर निगम में इस प्रस्ताव को पेश करने का समय दोपहर 3:00 बजे निर्धारित किया गया है।
आगरा नगर निगम के ताजगंज वार्ड 88 के भाजपा पार्षद शोभाराम राठौर ने प्रस्ताव के साथ ही भाजपा पार्षद शोभाराम राठौर ने उन तथ्यों को भी पेश किया है, जिसके आधार पर वह ताजमहल को तेजो महालय मान रहे है। शोभाराम राठौर के इसी प्रस्ताव पर आज नगर निगम में चर्चा होगी।
बीजेपी पार्षद का कहना है कि शाहजहां की बेगम मुमताज महल का असली नाम अंजुम बानो था, ताजमहल बनने से 22 साल पहले अंजुम बानो की मौत हो गई थी। मुमताज महल उर्फ अंजुम बानो को ताजमहल बनने के लिए बुरहानपुर में दफनाया गया था। उसके बाद ताजमहल में उनकी कब्र फिर से बनवायी गयी।
पार्षद राठौर ने कहा कि ताजमहल के अंदर कमल के चिन्ह के अलावा कई ऐसे चिन्ह है, जो साबित करते है कि यह ताजमहल पहले शिव मंदिर था। मुगल आक्रमणकारियों ने इसका रूप बदलकर ताजमहल कर दिया, यह राजा जय सिंह की संपत्ति थी, ऐसा कोई भी कब्रिस्तान नहीं है, जहां महल बना हो।
इस मामले में आगरा नगर निगम के मेयर नवीन जैन का कहना है कि आगरा नगर निगम को ताजमहल का नाम बदलने का अधिकार नहीं है, लेकिन सदन में प्रस्ताव पारित होने के बाद आगरा की जनता की भावनाओं के बारे में जानकारी देने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा दिया जाएगा।
आगरा नगर निगम में बीजेपी पार्षदों की संख्या सबसे अधिक है, ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि बीजेपी पार्षद शोभाराम राठौर का यह प्रस्ताव आज पास हो सकता है और ताजमहल से जुड़ा एक और बड़ा विवाद हो सकता है। ताजमहल भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित स्मारक है।