राजस्थान में राजनितिक उठा - पठक के बाद अब नए साल में कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर रंधावा ने ठाना है की वह राजस्थान में कांग्रेस के अंदर गुट की राजनीती ख़त्म कर देंगे।
जयपुर में बीते दो दिनों में चली मैराथन फीडबैक बैठकों में रंधावा ने संकेत दे दिए इस दौरान अशोक गहलोत और सचिन पायलट कैंप की खींचतान सामने आ गई। गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव ने कह दिया कि जिन मंत्रियों की परफॉर्मेंस ठीक नहीं उनके टिकट काटे जाए। रंधावा ने साफ कहा कि सर्वे के आधार पर टिकट बांटे जायेंगे।
मंत्री राजेंद्र यादव ने मंत्रिपरिषद बैठक में कहा कि मंत्रियों की परफॉर्मेंस को आंका जाए. जिनकी परफॉर्मेंस खराब हो उनको टिकट नही दिए जाए चाहे वो कितने ही बड़ा कद का नेता क्यों ना हो ऐसे कटने वाले टिकट 25 भी हो सकते है या 30 भी पिछली बार जो विधानसभा चुनाव हारे थे उनमें फिर जीतने वाले को टिकट मिलना चाहिए। जो जीतने योग्य नही उसका टिकट काटा जाए. कड़े फैसले लेने पर ही सरकार आ सकती है।
राजस्थान की कांग्रेस में सब कुछ ठीक नही चल रहा, 20 दिन पहले प्रभारी बने सुखजिंदर सिंह रंधावा के ये समझ आ गया की आखिर पार्टी में घाव कहा है। यही कारण है की उन्होंने फाइव स्टार में रुकने के बजाए जयपुर के सर्किट हाउस में रुककर नेताओं की मन बात को सुना और पीसीसी वॉर रूम में मैराथन बैठकें ली मंत्री परिषद की फीडबैक बैठक में पेपर लीक और थर्ड टीचर्स के तबादले की गूंज सुनाई दी।
मंत्री उदयलाल आंजना और राजेंद्र यादव सक्रिय दिखे आंजना का कहना साफ था कि आपसी खींचतान दूर करके ही सत्ता लाई जा सकती है। उनका लाल चंद कटारिया, राजेंद्र यादव समेत कुछ मंत्रियों ने समर्थन किया अशोक चांदना ने मंत्रियों के अधिकारों पर बात रखी चांदना बोले कई बार मंत्री को क्रॉस कर दिया जाता है ये ठीक नही।
रंधावा ने कहा कि विधानसभा चुनाव में टिकट सर्वे के आधार पर मिलेंगे अभी हम किसी को टिकट नहीं बांट रहे हैं. टिकट से पहले हम सर्वे करवाएंगे और फिर उसके रिजलट के आधार पर ही टिकट तय होगा. सर्वे तो जारी है. अभी किसी को टिकट नहीं दे रहे हैं लेकिन सर्वे करवा रहे हैं. जिनका नंबर सर्वे में आएगा वही टिकट के हकदार होंगे. चाहे मंत्रिपरिषद हो या फिर लोकसभा-विधानसभा चुनाव हारे प्रत्याशियों की फीडबैक बैठकें करेंगे।