एक बार फिर से पूर्व सेंट्रल मिनिस्टर मंत्री पी. चिदंबरम का परिवार केंद्रीय जांच ब्यूरो(Central Bureau of Investigation-CBI) के घेरे में आ गया है। CBI ने मंगलवार सुबह कांग्रेस लीडर कार्ति चिदंबरम के मुंबई-पंजाब सहित तमिलाडु के सात ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। सीबीआई ने कार्ति चिदंबरम के विरुद्ध 2010-14 के बीच कथित तौर पर लेन-देन और पैसा भेजने पर नए मामले दर्ज किए हैं। इस बीच कार्ति चिदंबरम ने tweet करके तंज कसा कि "मैं इसकी गिनती ही भूल गया कि कितनी बार यह छापेमारी हुई है।"
सीबीआई ने ये रेड कार्ति के मुंबई के अलावा तमिलनाडु के सिवागंगई और चेन्नई स्थित निवास पर की। यह रेड मनी लॉड्रिंग मामले से जुड़ी बताई जा रही है। कार्ति पर कई मामले पहले से दर्ज हैं। इनमें आईएनएक्स मीडिया को एफआईपीबी (Foreign Investment Promotion Board) की क्लियरेंस मिलने का भी मामला शामिल है। सूत्रों के अनुसार करीब 305 करोड़ विदेशी फंड से जुड़ा बताया जाता है। बताया जा रहा है कि यह लेनदेन तब हुआ था, जब चिदंबरम यूपीए सरकार में केंद्रीय वित्त मंत्री थे।
मार्च 2018 में इंद्राणी मुखर्जी ने CBI को दिए स्टेटमेंट में बताया था कि INX मीडिया को FIPB से मंजूरी दिलाने के लिए उनके और कार्ति चिदंबरम के बीच 10 लाख अमेरिकी डॉलर की बड़ी डील हुई थी। इसके बाद जुलाई 2019 में दिल्ली एचसी ने शीना वोरा हत्याकांड की मुख्य दोषी इंद्राणी को INX केस मामले में मुख्य गवाह बनाने की सहमति दे दी थी।
CBI के सूत्रों के अनुसार कार्ति के खिलाफ एक नया मामला दर्ज किया गया है, जो विदेशी फंडिंग से जुड़ा है। इस बीच कार्ति ने ट्वीट करते हुए कहा कि वे इसकी गिनती ही भूल गया कि कितनी बार यह छापेमारी हुई है। उन्होंने कहा कि इसका जरूर से एक रिकॉर्ड होना चाहिए। इसी मार्च में निचली अदालत ने एयरसेल-मैक्सिस डील मामले में कार्ति चिंदबरम को जमानत देते हुए विदेश जाने की अनुमति दे दी थी। यह मामला सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से दर्ज किया गया है।
ईडी की ओर से दाखिल केस में कार्ति के अलावा उनके पिता पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम आरोपी हैं। इस छापेमारी में चेन्नई के 3, मुंबई के 3, कर्नाटक के 1, पंजाब के 1 और ओडिशा के 1 ठिकाने भी शामिल हैं। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, कार्ति ने कथिततौर पर साबू नाम के एक शख्स से 50 लाख रुपए लिए थे। चिदंबरम फैमिली के यहां पहले भी छापामारी की कार्रवाई हो चुकी है। इससे पहले 2019 में सीबीआई ने विदेशी फंड हासिल करने के लिए फॉरेन इनवेस्टर प्रमोशन बोर्ड की मंजूरी से जुड़े मामले में कार्ति के 16 ठिकानों पर सर्च अभिया चलाया था।
इसके बाद INX मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को 21 अगस्त 2019 को CBI ने अरेस्ट किया था। इसके बाद फिर 16 अक्टूबर को इसी मामले में ED ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद 4 दिसंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट से चिदंबरम को जमानत मिली थी। वहीं ED केस में भी सुप्रीम कोर्ट ने पी चिदंबरम को जमानत दे दी है। वे तिहाड़ जेल में 106 दिन रहे थे।