राजस्थान में ओमिक्रॉन के केस काफी तेजी से बढ़ते जा रहे है। मुख़्यमंत्री अशोक गहलोत भी लगातार मॉनिटरिंग इसकी कर रहे है। जानकारी के अनुसार मुख़्यमंत्री अशोक गहलोत आज शाम ओमिक्रॉन को लेकर बैठक ले सकते है। साथ ही कई नई गाइड लाइन भी आ सकती है। वही ओमिक्रॉन के लिहाज से राजधानी के कई क्षेत्र हॉट स्पॉट बनते जा रहे हैं। दूसरी लहर में जिन क्षेत्रों में सर्वाधिक मरीज मिले, ओमिक्रॉन संक्रमित भी अब वहीं ज्यादा मिल रहे हैं। शहर में एक महीने में ही 77 लोग ओमिक्रॉन संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें आदर्शनगर के 13, मानसरोवर के 10, मुरलीपुरा-दादी का फाटक के 8 मरीज हैं। कुल 77 में 30 तो वे हैं, जो विदेश से आए। शेष 47 में भी इन्हीं के संपर्क में आए लोग ज्यादा हैं। इस बीच राजधानी में शनिवार को फिर कोरोना विस्फोट हुआ और 192 मरीज मिले। ये 4 हजार लोगों की टेस्टिंग में सामने आए हैं। यदि सरकार टेस्टिंग तेज कर दे तो संभवत केस के आंकड़े बढ़ सकते है।
मुख़्यमंत्री अशोक गहलोत
पांच क्षेत्र तो ऐसे हैं, जहां 10 या इससे ज्यादा मरीज मिले हैं। सर्वाधिक 17 केस मालवीयनगर में मिले हैं। वैशालीनगर में 13, अजमेर रोड पर 12, दुर्गापुरा में 11, मानसरोवर में 10 मिले हैं। शहर में एक सप्ताह में 727 केस मिल चुके हैं। इधर, शनिवार को मिले 38 ओमिक्रॉन संक्रमितों में सिविल लाइंस के 4, सी-स्कीम के 5, राजापार्क के 2, सोडाला के 3, तिलक नगर के 3, मानसरोवर के 8 हैं। अजमेर रोड, बड़ी चौपड़, बनीपार्क, गलतागेट, गांधी नगर, जवाहर नगर, झोटवाड़ा, स्टेशन रोड, विद्याधर नगर, बस्सी, जगतपुरा, मालवीय नगर का 1-1 मरीज हैं।
राजधानी में शनिवार को सर्वाधिक 38 संक्रमित मिले लेकिन राहत यह है कि 20 लोग रिपोर्ट आने से पहले ही नेगेटिव हो चुके हैं। इससे पहले 3 दिसंबर को दक्षिण अफ्रीका से लौटे 2 बच्चों सहित 4 लोगों में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई थी। दूसरे दिन इनके संपर्क में आए 12 लोगों में से एक बच्चे सहित 5 लोग पॉजिटिव मिले थे। कुछ दिन एक-दो कोरोना पॉजिटिव मरीजों में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई। इसके बाद 23 दिसंबर को 17, 25 को 11, 27 को 2, 29 दिसंबर को 9 और 1 जनवरी को 38 केस ओमिक्रॉन के मिले हैं। इस बीच, कम्युनिटी स्प्रेड का खतरा बढ़ रहा है।
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