राजस्थान के धौलपुर के बाद अब बुधवार 3 अगस्त को भरतपुर में एक पुजारी का शव मंदिर में संदिग्ध परिस्थितियों में पेड़ पर लटका मिला। पुजारी का शव पेड़ पर लटका देख ग्रामीणों के पैरों तले से जमीन खिसक गई। एक दिन पहले 2 अगस्त मंगलवार को भी इसी तरह धौलपुर जिले के एक मंदिर में पुजारी का शव पेड़ पर लटका मिला था। लगातार दो दिनों में एक के बाद एक फंदे से लटके पुजारियों के शव मिलने से पुलिस भी हैरान है। भरतपुर में भी पुजारी ने आत्महत्या की है या फिर हत्या का मामला है, इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है।
पूर्वी राजस्थान में पिछले दो दिनों से हो रही घटनाओं से सनसनी फैल गई है। भरतपुर में घटना बुधवार 3 अगस्त को भुसावर थाना क्षेत्र में हुई है। पुलिस के अनुसार भुसावर थाना क्षेत्र के महतौली गांव के मंदिर में रहने वाले पुजारी 72 वर्षीय बुद्धिराम जाटव का शव मंदिर परिसर स्थित एक पेड़ पर लटका मिला। ग्रामीणों ने पुजारी का शव पेड़ पर लटका देखा तो उनके होश उड़ गए।
इसकी सूचना ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को दी। इस पर भुसावर थाना व सीओ निहाल सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुजारी के शव को पेड़ से उतारकर स्थानीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। बाद में एफएसएल व डॉग स्क्वायड की टीम को मौके पर बुलाया गया और मंदिर परिसर की गहनता से जांच की गई। पुलिस ने आसपास से कई सबूत जुटाए हैं। पुलिस ने ग्रामीणों से पुजारी के बारे में भी पूछताछ की।
उसके बाद परिजनों की मौजूदगी में पुजारी के शव का पोस्टमार्टम किया गया। पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की अलग-अलग एंगल से जांच की जा रही है। यह आत्महत्या का मामला है या हत्या का, इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। वहीं, ग्रामीणों ने पुजारी की हत्या की आशंका जताई है। पुजारी बुद्धिराम लंबे समय से गांव के मंदिर में अकेले रहते थे। यह मंदिर गांव के पास ही बना है।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार 2 अगस्त को भरतपुर से सटे धौलपुर जिले में भी ऐसी ही एक घटना सामने आई थी। धौलपुर के सदर थाना क्षेत्र के चांदपुर गांव माता के मंदिर के पुजारी हरिनाथ गिरी (75) का शव भी मंदिर परिसर में एक पेड़ पर लटका मिला। पुजारी हरिनाथ गिरि उत्तर प्रदेश के एटा जिले के रहने वाले थे। वे मंदिर में ही रहकर पूजा-अर्चना भी करते थे। इस तरह की घटना का लगातार दूसरे दिन होने के कारण पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई है।