राजस्थान

अलवर में 300 साल पुराने मंदिर पर चला बुलडोजर, ड्रिल मशीन से शिवलिंग भी तोड़ा, BJP ने कहा कार्रवाई गलत‚ कांग्रेसः मंदिर तो बीजेपी राज में भी टूटे

कांग्रेस विधायक जौहरी लाल मी​णा का एक वीडियो सामने आया है...। इसमें मी​णा ये कहते दिख रहे हैं कि कांग्रेस का बोर्ड होता तो बुलडोजर नहीं चलता....। अब बबूल का पेड़ बोया है... तो आम कहां से... आएगा...। आप यहां के 34 पार्षदों को मेरे निवास पर लेकर आईए करवाई तुरंत रुक जाएगी....। विधायक के इसी बयान को लोग मंदिर विध्वंस की कार्रवाई से जोड़ कर देख रहे हैं।

ChandraVeer Singh

राजस्थान के अलवर स्थित राजगढ़ में मंदिरों पर बुलडोजर चलाए जाने का मामला सामने आया है। यहां 300 साल पुराने मंदिरों पर सरकार ने बुलडोजर चलवाया दिया। बुलडोजर चलाया भी ऐसे जैसे यूपी में बुलडोजर बाबा के कहर का गुस्सा यहीं निकलना था....। ऐसे में जेसीबी से मूर्तियां खंडित होना तो लाजमी था ही....।

यही नहीं बुलडोजर के साथ 300 साल पुराने मंदिर शिवलिंग को भी बकायदा ड्रिल मशीन से तोड़ा गया। बहरहाल इधर लोगों ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार विकास के नाम पर साजिश के तौर पर मंदिरों को ध्वस्त कर रही है।

बीजेपी ने मामले पर प्रेस वार्ता कर कहा : हमारी सरकार में मंदिर तोड़े नहीं गए थे‚ मंदिरों को प्राण प्रतिष्ठा के साथ विस्थापित किया गया था। प्रतिपक्ष उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि इस कार्रवाई में तो शिवलिंग को ड्रिल मशीन से तोड़ा गया

इस मामले पर बीजेपी ने प्रेस वार्ता कर कांग्रेस सरकार को जमकर हमला बोला। प्रतिपक्ष उपनेता ने कहा कि प्रदेश में हमारी सरकार के दौरान मंदिर तोड़े नहीं गए थे‚ विस्थापित किया गया था। बकायदा प्राण प्रतिष्ठा के साथ स्थापित किए गए थे। लेकिन ये कांग्रेस सरकार तो शिवलिंग को ड्रिल से हटा रही है। कांग्रेस को थोड़ी तो श्रद्धा रखनी चाहिए थी कि कम से कम मंदिर की प्रतिमाओं को खंडित करने का काम तो नहीं करती।

चौमूं से भाजपा विधायक और प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि अलवर की कार्रवाई ने ये साबित कर दिया कि कांग्रेस सरकार हिंदू और हिंदुत्व दोनों की ही विरोधी है।

प्रशासन ने मास्टर प्लान को बताया कारण

प्रशासन ने कार्रवाई को लेकर कहा ​है कि मास्टर प्लान के अनुसार राजगढ़ में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई है। कई सालों से यहां ज्यदा स्तर पर अतिक्रमण कर लिया गया था। राजस्व रिकाॅर्ड के अनुसार यहां करीब 60 फीट का रास्ता है। जो महज 25 फीट रह गया है। इस कारण जेसीबी से अतिक्रमण हटाया है।

कांग्रेस विधायक का स्टेटमेंट बताया जा रहा बुलडोजर चलने की वजह

मी​णा का एक वीडियो सामने आया है...। इसमें मी​णा ये कहते दिख रहे हैं कि कांग्रेस का बोर्ड होता तो बुलडोजर नहीं चलता....। अब बबूल का पेड़ बोया है... तो आम कहां से... आएगा...। आप यहां के 34 पार्षदों को मेरे निवास पर लेकर आईए करवाई तुरंत रुक जाएगी....

बता दें कि कांग्रेस विधायक जौहरी लाल मी​णा का एक वीडियो सामने आया है...। इसमें मी​णा ये कहते दिख रहे हैं कि कांग्रेस का बोर्ड होता तो बुलडोजर नहीं चलता....। अब बबूल का पेड़ बोया है... तो आम कहां से... आएगा...। आप यहां के 34 पार्षदों को मेरे निवास पर लेकर आईए करवाई तुरंत रुक जाएगी....। विधायक के इसी बयान को लोग मंदिर विध्वंस की कार्रवाई से जोड़ कर देख रहे हैं। बता दें कि राजगढ़ में मौजूदा दौर में BJP का बोर्ड स्थापित है। बहरहाल इस मंदिर तोड़ने की कार्रवाई में हिन्दू संगठनों ने शिकायत दी है।

कांग्रेस विधायक का वायरल हो रहा वीडियो साबित कर रहा है कि कांग्रेस सरकार की सोची समझी साजिश के तहत हिंदूओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई: भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां अलवर में मंदिर तोड़ने की कार्रवाई पर प्रदेश सरका को आड़े हाथों लिया। पूनियां ने कहा कि कांग्रेस विधायक जौहरी लाल मीणा ने साफ कर दिया कि कार्रवाई पूरी तरह से प्रदेश की कांग्रेस सरकार की सोची समझी साजिश थी‚ पूनियां ने कहा कि अलवर के अधिकारियों ने भी माना कि ये कार्रवाई सरकार के मास्टर प्लान के तहत की गई। तो ये अंदाजा लगया जा सकता है कि इसमें निगम बोर्ड का कोई लेना देना नहीं है। जाैहरी लाल मीणा का वीडियो जो वायरल हो रहा है उसमें वे बकायदा धमकी दे रहे हैं कि 34 पार्षदों को मेरे घर ले आओ तो कार्रवाई रुक जाती।

ड्रिल मशीन से ऐसे तोड़ा गया शिवलिंग

BJP प्रवक्ता शहजाद पूनावाला बोले : कांग्रेस सरकार का औरंबजेबी चेहरा सामने आ गया

BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने अलवर में मंदिर तोड़ने की कार्रवाई को कांग्रेस सरकार की औरंगजेबी मानसिकता बताया। उन्होंने कहा कि एक ओर तो अतिक्रमण पर बुलडोजर कार्रवाई का कांग्रेस विरोध करती है तो दूसरी और 300 साल पुराने मंदिर को तोड़कर कांग्रेस हिंदूओं की भावना को ठेस पहुंचाने का कार्य कर रही है। सालासर बालाजी के द्वार को तोड़ने के बाद कांग्रेस ने अलवर में मंदिर पर साजिश के तौर पर कार्रवाई की है।
ज्ञात हो कि राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी में भी हनुमान जयंती पर निकल रही शोभा यात्रा के दौरान हिंसा के बाद बुलडोजर की कार्रवाई से बवाल मचा। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के एक्शन के बाद बुलडोजर की कार्रवाई को रोका गया।
इसमें हिंसा के आरोपी पक्ष ने दलील दी थी कि कार्रवाई उन्हीं के समाज विशेष के अतिक्रमण हटाने के लिए की गई। जबकि हकीकत ये थी कि दूसरे पक्ष के अतिक्रमणों को भी हटाया गया था। जहांगीरपुरी मामले में ओवैसी ने बुलडोजर की कार्रवाई को पक्षपात पूर्ण करार दिया था।

डोटासरा बोले भाजपा सरकार में सिफारिश की गई थी, वहां अभी बोर्ड भी भाजपा का है..

पीसीसी प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस कार्रवाई को लेकर भाजपा पर राजनीति उन्माद फैलाने का आरोप लगाया। डोटासरा ने कहा कि साल 2018 में भाजपा मंडल अध्यक्ष ने अलवर के कलेक्टर को चिट्‌ठी लिखकर यह अतिक्रमण हटाने की गुजारिश की थी। राजगढ़ में भाजपा का बोर्ड है। जिसके अध्यक्ष सतीश गुहारिया हैं। बोर्ड बैठक में यह अतिक्रमण हटाने का प्रस्ताव पास किया गया था। उसके बाद ही यह अतिक्रमण हटाया गया है। कांग्रेस की सरकार में मंदिरों के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जाती, यह भाजपा का एजेंडा रहा है। भाजपा की सरकार में जयपुर में भी मंदिर तोड़े गए थे।

जलदाय मंत्री महेश जोशी ने कहा: मंदिर तोड़न की कार्रवाई तो BJP के राज में भी हुई

इधर जलदाय मंत्री महेश जोशी ने कहा कि अतिक्रमण के तहत मंदिरों को तोड़ने की कार्रवाई प्रदेश में बीजेपी के राज में भी हुई। इसलिए बीजेपी इस मुद्दे पर ना ही बोले तो सही रहेगा। उन्हें इस मामले पर टिप्पणी करने का नैतिक अधिकार नहीं है। जोशी ने कहा कि अतिक्रमण बिना बुल्डोजर के कैसे हटाया जाता है ये बीजेपी को सीएम गहलोत से सीखने की जरूरत है। बहहाल जोशी ये भूल गए कि अलवर में तो बुल्डोजर ही चला‚ वहां बिना बुलडोजर के कार्रवाई नहीं हुई।

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