राजस्थान के CM गहलोत (Ashok Gehlot) के भाई पर एक बार फिर से CBI का छापा पड़ा है। ये छापा अग्रसेन गहलोत (Agrasen Gehlot)के घर और दुकान पर मारा गया है। उनके ऊपर आरोप है कि साल 2007 से 2009 के बीच फर्टिलाइजर बनाने के लिए जरूरी पोटाश (Potash) को किसानों को बांटने के नाम पर सरकार से सब्सिडी पर खरीदी लेकिन इसके बाद इन उत्पादों को निजी कंपनियों को बेचकर मुनाफा कमाया गया था।
इस मामले को लेकर फिलहाल ED में भी जांच लंबित है। इसी मामले को लेकर कस्टम विभाग भी पूर्व में अग्रसेन (Agrasen Gehlot) की कंपनी पर करीब 5.46 करोड़ रुपए की पेनाल्टी लगा चुके है, हालाँकि तब अग्रसेन (Agrasen Gehlot) की अपील पर हाईकोर्ट ने ईडी (ED) से जुड़े इस मामले में उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी। अब इस मामले में सीबीआई (CBI) ने फिर से जांच शुरू की है।
अग्रसेन गहलोत (Agrasen Gehlot) IPL के आधिकारिक डीलर थे। साल 2007 से 2009 के बीच उनकी इस कंपनी ने एमओपी को सब्सिडी पर तो खरीदा लेकिन इस उत्पाद को किसानो को बेचने के बयाजये निजी कंपनियों को बेच दिया गया। जिन कंपनियों ने एमओपी को खरीदा उन्होंने इसे इंडस्ट्रियल सॉल्ट के नाम पर मलेशिया और सिंगापुर भेज दिया।