कर्नाटक से उपजा हिजाब विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इसी मुद्दे पर राजस्थान के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री सालेह मोहम्मद ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम बालिकाओं को आजादी दी जानी चाहिए। सालेह मोहम्मद ने शुक्रवार को विधानसभा के बाहर मीडिया के एक सवाल के जवाब में यह बात कही। मंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में आपको आजादी मिली है कि आप कैसे जीना चाहते हैं। मैं इस बात के पक्ष में हूं कि आज राजस्थान में घूंघट व्यवस्था है। हिजाब धार्मिक दृष्टि से भी पहना जाता है। हमारे क्षेत्र में कई जगहों पर महिलाएं घूंघट या हिजाब नहीं पहनती हैं। क्योंकि यह आपके ऊपर है कि आप कैसे जीना चाहते हैं।
बीजेपी पर लगाया माहौल खराब करने का आरोप
सालेह मोहम्मद से जब शिक्षण संस्थानों में हिजाब पहनने की अनुमति से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आप किसी शिक्षण संस्थान में जा रहे हैं या सरकारी नौकरी, इतनी आजादी होनी चाहिए कि आप खुद को वहां कैसे रखना चाहते हैं। मंत्री सालेह मोहम्मद ने भी भाजपा पर हिजाब विवाद को सांप्रदायिक रंग देकर उन्माद फैलाने का आरोप लगाया।
बीजेपी का पलटवार
मंत्री सालेह मोहम्मद बयान देकर भाजपा के निशाने पर आ गए। पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि देश संविधान से चलता है शरीयत से नहीं। देवनानी ने कहा कि लोकतंत्र में छूट है, लेकिन आप इसे घर पर पहनें, बाहर पहनें, लेकिन शिक्षण संस्थानों और सरकारी सेवा सहित अन्य सेवाओं में निर्धारित पोशाक का पालन किया जाना चाहिए।