Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के चुनावी हलफनामे पर विवाद खड़ा हो गया है। हलफनामे में जानकारी छिपाने को लेकर बीजेपी ने चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है। बीजेपी का आरोप है कि मुख्यमंत्री गहलोत ने सरदारपुरा से भरे नामांकन पत्र में अपने आपराधिक प्रकरणों की जानकारी छिपाई है।
उधर, कांग्रेस के दो नेता प्रताप सिंह खाचरियावास और कांग्रेस प्रत्याशी भगवानाराम सैनी ने नामांकन में अपनी उम्र ही गलत बताई है। इतना ही नहीं कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र सिंह बिधूरी ने तो चार बार के चुनावों में अपने नामांकनों में अपना नाम ही अलग-अलग लिखा है।
बीजेपी ने चुनाव आयोग को दिए शिकायत पत्र में कहा है कि सीएम गहलोत के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े सहित दो आपराधिक मामले दर्ज हैं, लेकिन नामांकन पत्र के साथ पेश शपथ पत्र में इन्हें छिपाया गया। उनके खिलाफ दर्ज पहला मुकदमा जमीन घोटाले से संबंधित है, जबकि दूसरा मुकदमा बलात्कार और यौन हिंसा से संबंधित है।
इस संबंध में चुनाव आयोग पहुंचे केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि इस संबंध में जयपुर में मुख्य चुनाव आयुक्त से शिकायत कर गहलोत का नामांकन रद्द करने की मांग की है।
विधानसभा चुनाव के लिए सभी सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों की स्थिति स्पष्ट हो चुकी है। इस बार दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशियों को देखा जाए तो जयपुर जिले में कांग्रेस ने बुजुर्गों पर दांव खेला है। उधर, सिविल लाइंस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रताप सिंह खाचरियावास की उम्र पिछले 5 साल बाद हो रहे चुनाव में सिर्फ 4 साल ही बढ़ी है। प्रताप सिंह खाचरियावास ने 2018 के चुनाव के नामांकन में अपनी उम्र 49 साल बताई थी, जबकि इस बार लिखी है 53 साल।
उदयपुरवाटी से कांग्रेस के प्रत्याशी भगवानाराम सैनी की उम्र पिछले 5 साल में सिर्फ 3 साल बढ़ी है। भगवानाराम की उम्र वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में 55 साल बताई गई थी, लेकिन इस बार यानी 2023 के चुनाव में उन्होंने अपने नामांकन पत्र में 58 साल उम्र लिखी है। अर्थात भगवानाराम सैनी की उम्र 5 साल में सिर्फ 3 साल ही बढ़ी है।
बेगूं से कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र सिंह बिधूरी ने चौथी बार अपने नामांकन में अपना नाम अलग लिखा है। कांग्रेस प्रत्याशी ने अपना नाम 2008 में राजेंद्र सिंह, 2013 में राजेंद्र सिंह बिधूरी, 2018 में बिधूरी राजेंद्र सिंह लिखा था। जबकि इस बार यानी 2023 में गुर्जर राजेंद्र सिंह बिधुरी लिखा है।