Alwar-Jodhpur News: यूपी, पश्चिम बंगाल, बिहार, कर्नाटक, मध्य प्रदेश की तरह राजस्थान में भी मजहबी कट्टवाद की जड़ें जोर पकड़ रही है। अब यह जहर स्कूलों में भी वातावरण प्रदूषित कर रहा है। राजस्थान के दो स्कूलों से सामने आई घटनाएं तो कुछ ऐसा ही बयां करती है।
राजस्थान के अलवर में एक स्कूल में तिलक लगाकर आने पर समुदाय विशेष के छात्रों ने हिंदू छात्र के माथे से तिलक पौंछा, मारपीट की और कथित रूप से मजहब बदलने का दबाव डाला।
इसी तरह राजस्थान उदयपुर जिले में एक स्कूल के प्रिंसिपल पर भगवान राम की फोटो फाड़कर डस्टबिन में डालने का आरोप लगा है। ये दोनों ही घटनाएं किसी बड़ी साजिश का हिस्सा लग रही हैं। इसके लिए पढ़ें Since Independenc की पूरी रिपोर्ट...
राजस्थान के अलवर में 27 जुलाई (गुरुवार) को दो समुदायों के सदस्यों के बीच झड़प हो गई, जब एक सरकारी स्कूल में कुछ मुस्लिम छात्रों ने कथित तौर पर हिंदू छात्रों के माथे पर तिलक लगाने पर आपत्ति जताई। घटना जिले के चोमा गांव की है।
पुलिस के मुताबिक, 11वीं कक्षा के छात्र की पहचान शुभम राजपूत के रूप में हुई है, जिसने माथे पर तिलक लगा रखा था। कुछ मुस्लिम छात्रों ने शुभम को धमकी दी और उस पर हमला किया, जिसके बाद दोनों समुदायों के लगभग 500 लोग स्कूल के बाहर इकट्ठा हो गए। बाद में, शुभम के माता-पिता द्वारा पहली सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज कराई गई।
जानकारी के अनुसार 25 जुलाई को अलवर जिले के एक सरकारी स्कूल में कुछ मुस्लिम छात्रों ने एक हिंदू छात्र के माथे पर तिलक लगाने पर आपत्ति जताई थी। अगले दिन, कई हिंदू छात्रों को स्कूल में तिलक लगाए देखा गया।
इससे कथित तौर पर विवाद हो गया, जिससे प्रिंसिपल को हस्तक्षेप करना पड़ा। बाद में 27 जुलाई (गुरुवार) को तिलक को लेकर शुभम राजपूत और कुछ मुस्लिम छात्रों के बीच झगड़ा हो गया। स्कूल में तिलक लगाए देखे गए शुभम को कथित तौर पर मुस्लिम समुदाय के 8 लड़कों के एक समूह ने धमकी दी थी।
उन्होंने कथित तौर पर उनसे तिलक हटाने या परिणाम भुगतने की धमकी दी। जब शुभम ने प्रिंसिपल से शिकायत करने की कोशिश की, तो समूह ने उसे पीटा और उसके माथे से जबरन तिलक हटा दिया।
पुलिस व सूत्रों के मुताबिक, मुस्लिम समुदाय से जुड़े छात्रों ने शुभम से अपने परिवार सहित इस्लाम धर्म अपनाने के लिए भी कहा। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
उधर, भाजपा नेता जय आहूजा ने आरोप लगाया कि पुलिस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। आहूजा ने पूरी घटना की निंदा करते हुए शुभम के परिवार को न्याय नहीं मिलने पर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी भी दी।
जोधपुर के पाल गांव गंगाणा रोड़ स्थित लेडी पीलर स्कूल संचालक के खिलाफ बच्चों के पेरेंट्स और हिंदू संगठन के लोगों ने आक्रोश जताया है।
जानकारी के अनुसार लेडी पीलर स्कूल में गुरुवार को कक्षा नवम व दशम के छात्र-छात्राओं द्वारा अलग-अलग पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें बच्चों ने अलग-अलग तरह के पेंटिंग बनाकर सॉफ्ट बोर्ड पर चस्पा दिया गया था।
बताया जा रहा है कि उस समय निरीक्षण करने पहुंची स्कूल की प्रिंसिपल ने श्रीराम भगवान के फोटो को फाड़कर कचरे के डस्टबिन में डाल दिया था।
बच्चों ने पूरी घटना अपने पेरेंट्स को बताई तो शुक्रवार सुबह स्कूल के बाहर हिंदू संगठन के लोग और बच्चों के पेरेंट्स जमा हो गए और हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया।
एक पेरेंट्स के अनुसार मेरी बच्ची कक्षा दशम में पढ़ती है। वह गीता का श्लोक पढ़ना चाहती थी और घर से भी तैयारी करके गई थी। स्कूल की प्रिंसिपल ने बच्ची को गीता का श्लोक नहीं पढाने दिया, बल्कि जबरदस्ती बाईबल का पाठ पढ़ाया था।
पेरेंट्स के अनुसार हमने राजस्थान संपर्क पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई गई है। हमारी मांग है कि किसी भी धर्म के प्रति ऐसी गतिविधियां ना हो और हम चाहते हैं कि स्कूल प्रशासन को पाबंद किया जाए और स्कूल की मान्यता रद्द की जाए।