REET परीक्षा के पहले ही दिन प्रदेश में अब तक छह फर्जी अभ्यर्थी पकडे़ गए है । आश्चर्य की बात है कि पकड़े गए मुन्नाभाई में से एक बाड़मेर के सरकारी स्कूल का शिक्षक भी हैं। उसने दूसरे उम्मीदवार की जगह परीक्षा देने के लिए तीन लाख रुपये में सौदा किया था। तीनों फर्जी उम्मीदवारों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है ।
रीट परीक्षा में पहले से ही यह आशंका थी कि इसमें कुछ फर्जी उम्मीदवार शामिल हो सकते हैं। ऐसे में आज पुलिस पूरी तरह सक्रिय मोड में नजर आई। आला अधिकारियों की पैनी नजर इन फर्जी उम्मीदवारों पर थी । डीसीपी गौरव यादव ने बताया कि आज हमारे पास कुछ इनपुट था। इसके आधार पर हमने शहर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों में करीब पंद्रह अभ्यर्थियों की गहन जांच की। हमारे द्वारा कराई गई जांच का भी हमे सकारात्मक परिणाम भी मिला ।
सबसे पहले शास्त्री नगर थाना क्षेत्र स्थित आईटीआई परीक्षा केंद्र से एक फर्जी अभ्यर्थी को पुलिस ने पकड़ा। वहीं, बनाड़ क्षेत्र के उम्मेद गर्ल्स स्कूल व विद्या पब्लिक स्कूल से एक-एक फर्जी परीक्षार्थी सोजती गेट के बाहर पकड़ा गया है ।
इधर बीकानेर में पुलिस ने नकल कराने की कोशिश कर रहे दो आरोपियों को पकड़ा है । सूत्रों के मुताबिक पुलिस की टीम सुबह से ही इन युवकों पर नजर रखे हुए थी । दोनों आरोपी प्रदीप चौधरी और दिनेश चौधरी को पहली पारी की परीक्षा शुरू होने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया। मामला बीकानेर के जयनारायण व्यास कॉलोनी है । इनके पास से माइक, स्पाई कैमरा, ब्लूटूथ डिवाइस मिले हैं। वहीं, करौली में भी दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है ।
राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में 23 जुलाई को सुबह से हो रही बारिश के कारण परीक्षा देने आए अभ्यर्थीयों को खासा परेशानी झेलनी पड़ी । कई सेंटरों पर देर से पहुंचे के कारण अभ्यर्थियों को प्रवेश नहीं मिला तो पुलिसकर्मियों के आगे रोते नजर आए ।