(Ghunghat me kabddi) बड़े बुजुर्गों ने कहा है कि यदि आप शरीरिक गतिविधि के लिए कुछ भी खेलते हैं तो ताउम्र आप स्वस्थ रह सकते हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी भारत में खेल को बढ़ावा देने के लिए नारा दिया था कि 'खेलेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया'. अब इसी कड़ी में हर उम्र के ग्रामीणों का खेलों के प्रति रुझान बढ़ता जा रहा है। इसी की बानगी थी कि महिलाओं ने घूंघट में कबड्डी खेली तो वहीं बुजुर्गों ने धोती-साफा पहनकर दौड़ लगाई। इस दौरान मलिाएं भी घूंघट में दौड़ीं। जोधपुर (Jodhpur) में ये अनूठी प्रतियोगिता देखने को मिली। इसकी शुरुआत महिलाओं की रेस से हुई, इसमें देवरानी, जेठानी और ननद सहित दूसरी महिलाओं ने घूंघट में दौड़ भी लगाई और कबड्डी में अपना हुनर भी दिखाया।
जोधपुर के बिलाड़ा तहसील के भावी गांव में चल रहा कार्यक्रम
जोधपुर जिले के बिलाड़ा तहसील के भावी गांव में 14 अप्रैल को श्रीसती माता सीलू देवी सारण के मंदिर जीर्णोद्वार का कार्यक्रम होना है। ये कार्यक्रम 7 दिनों तक चलेगा. बुधवार को इसी कार्यक्रम के तहत महिला और पुरुषों की दौड़ के साथ-साथ कबड्डी का आयोजन किया गया। इस मौके पर शहीद भगत सिंह स्टेडियम में 11 तरह की प्रतियोगिताएं हुई। 18 महिलाओं ने घूंघट में 100 मीटर तक की दौड़ लगाई। वहीं 24 बुजुर्गों के बीच 100 मीटर की दौड़ भी आकर्षण का केंद्र रही। महिलाओं की दौड़ में विशेष ये था कि इसमें देवरानी, जेठानी और ननदों ने एक साथ घूंघट में दौड़ लगाई।
जींस और सलवार सूट पहनी लड़कियों का घूंघट वाली महिलाओं (Ghunghat me kabddi) के बीच कबड्डी का रोमांचक मुकाबला भी शानदार
महिलाओं की रेस में 40 साल की रुकमा देवी पहले पायदान पर रहीं तो वहीं वहीं 42 साल की शेणी देवी ने दूसरा स्थान हासिल किया। इसी तरह 30 साल की सुमन तीसरे पायदान पर रही। बुजुर्गों की दौड़ की बात करें तो 52 साल के जुगराम सारण पहले स्थान पर रहे तो वहीं 60 साल के खेताराम सारण दूसरे स्थान पर रहे, जबकि 65 साल के दयाराम सारण ने तीसरा स्थान हासिल किया। ये सभी विजेता 13 अप्रैल को होने वाले जागरण कार्यक्रम में सम्मानित होंगे। Ghunghat me kabddi इस दौरान जींस और सलवार सूट पहनी लड़कियों का घूंघट वाली महिलाओं के बीच कबड्डी का रोमांचक मुकाबला भी शानदार रहा।