सनातन धर्म में अमावस्या तिथि को एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। इस दिन चंद्रमा आकाश में दिखाई नहीं देता, इसलिए इसे चंद्र दिवस या अमावस्या दिवस भी कहा जाता है। यह हर महीने होती है, इसलिए साल में 12 अमावस्या तिथियां होती हैं। यह वह दिन है जो चंद्र मास में शुक्ल पक्ष या शुक्ल पक्ष की शुरुआत का प्रतीक है।
अमावस्या का कितना महत्व
सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है। धार्मिक दृष्टि से इस अमावस्या का बहुत महत्व बताया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस अमावस्या के दिन व्रत की पूजा और पितरों को तिल जल देने से बहुत पुण्य मिलता है। सोमवार को भगवान शिव का दिन माना जाता है। कहते हैं इस दिन व्रत रखने और शिव पार्वती की पूजा करने से सुहाग की आयु लंबी होती है और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
दाम्पत्य जीवन में स्नेह और सद्भाव बढ़ाने के लिए विवाहित जोड़ों को भी सोमवती अमावस्या का व्रत करना चाहिए। इस दिन पूजा करने से नकारात्मक विचार दूर होते हैं। भगवान शिव के उपासकों द्वारा बड़े पैमाने पर यज्ञों का आयोजन किया जाता है। इस दिन की पूजा अमावस्या तिथि के अनुसार ही करनी चाहिए।
साल 2022 में कब-कब होगी अमावस्या
माघ अमावस्या- 1 फरवरी 2022
फाल्गुन अमावस्या- 2 मार्च 2022
चैत्र अमावस्या- 1 अप्रैल 2022
वैशाख अमावस्या- 30 अप्रैल 2022
ज्येष्ठ अमावस्या- 30 मई 2022
आषाढ़ अमावस्या- 29 जून 2022
श्रावणी अमावस्या- 28 जुलाई 2022
भाद्रपद अमावस्या- 27 अगस्त 2022
आश्विन अमावस्या- 25 सितंबर 2022
कार्तिक अमावस्या- 25 अक्टूबर 2022
मार्गशीर्ष अमावस्या- 23 नवंबर 2022
पौष अमावस्या- 23 दिसंबर 2022
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