उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। इसे देखते हुए प्रशासन ने शुक्रवार को वीआईपी एंट्री पर रोक लगा दी है। डीजीपी ने शुक्रवार को कहा कि अब सभी वीआईपी को भी आम लोगों की तरह जाना होगा। इसके लिए सिर्फ दो घंटे का समय दिया जाएगा। इससे पहले भी 28 लोगों की मौत समुचित इंतजाम न होने से हो चुकी है।
इससे पहले प्रशासन की ओर से उचित इंतजाम नहीं होने से कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। रुद्रप्रयाग से 11 बीमार लोगों को एयरलिफ्ट कर अन्य जगहों पर भेजा गया। स्थिति इतनी खराब थी कि भगदड़ और लाठीचार्ज की स्थिति बन गई थी। केदारनाथ के अलावा बद्रीनाथ और यमुनोत्री में भी प्रशासन की लापरवाही सामने आई है।
धाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को अब एक ही लाइन में खड़े होकर दर्शन का इंतजार करना होगा। कतार में खड़े श्रद्धालुओं को दो घंटे में दर्शन करने के निर्देश भी दिए गए हैं।जिलाधिकारी
सुरक्षा के लिए तैनात की गई पुलिस
रोजाना बढ़ती भीड़ को देखते हुए मंदिर में ITBP और NDRF की टीमों को तैनात कर दिया गया है। इसके साथ ही पुलिस के जवान सड़कों पर लोगों की मदद भी कर रहे हैं। पहले भी कई बार लापरवाही के मामले सामने आ चुके हैं। इस वजह से सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।