न्यूज – अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दो दिन के भारत दौरे पर है। ट्रंप के दौरे का आज दूसरा दिन है। इस दौरान राष्ट्रपति कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। इसके साथ ही राष्ट्रपति भवन में रात्रि भोज का आयोजन किया गया है। जिसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है,
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सम्मान में मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रात्रिभोज देंगे। कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने इसमें जाने से मना कर दिया था, लेकिन अब देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी रात्रिभोज में जाने से इनकार कर दिया है। इससे पहले मनमोहन सिंह ने रात्रिभोज का आमंत्रण स्वीकार कर लिया था, लेकिन अब उन्होनें इस समारोह में जाने से मना कर दिया। इसका कारण ये है कि राष्ट्रपति द्वारा दिये जाने वाले इस रात्रिभोज में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को आमंत्रित नही किया गया।
बस कांग्रेस पाटी इसी बात से नाराज है और इस आयोजन क बहिष्कार कर रही है, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से आयोजित रात्रि भोज में शामिल होने के न्यौते को ठुकरा दिया था। प्रोटोकॉल के तहत लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी को न्यौता भेजा गया है।
सोनिया गांधी को रात्रिभोज के लिए आमंत्रित न किए जाने से नाराज अधीर रंजन ने कहा "हमारी पार्टी की नेता सोनिया गांधी को निमंत्रण नहीं दिया गया है। ट्रम्प और मोदी दुनिया के दो बड़े लोकतंत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। लोकतंत्र के कई निहितार्थ हैं, जिनमें से शालीनता और शिष्टाचार भी है। जब मोदी अमेरिका गए, तब रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स, दोनों हाउडी मोदी कार्यक्रम में मंच पर मौजूद थे। लेकिन, यहां मोदी के शब्दकोष में लोकतंत्र का अर्थ बदल चुका है। यहां सिर्फ मोदी का शो होगा, जैसे कि भारत मोदी का हो,
कांग्रेस 134 साल पुरानी लोकतांत्रिक पार्टी है और हमारी नेता को सभी लोकतांत्रिक देशों ने मान्यता दी है। मगर उन्हें नहीं बुलाया गया है। इसका कांग्रेस से सीधा संबंध है, इसलिए मैं न्यौते को स्वीकार नहीं सकता और उसे ठुकराता हूं। हमारी सरकार के रहते हुए यह सुनिश्चित किया गया था कि विश्व नेताओं के आगमन पर मुख्य विपक्षी पार्टी के नेता उनसे मुलाकात कर सकें।
अधीर रंजन ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि ट्रम्प के आने पर करोड़ रुपए बर्बाद किए जा रहे हैं। यह कार्यक्रम ट्रम्प उत्सव के अलावा कुछ नहीं है। व्यापार समझौते को लेकर ट्रम्प अपनी राय पहले ही जता चुके हैं। ट्रम्प सेलर की तरह दिखाई देंगे और मोदी बायर की तरह। इससे भारत को क्या फायदा मिलेगा।
राष्ट्रपति भवन पहुंचते ही डोनाल्ड ट्रम्प को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दरबार हॉल के नीचे रमपुरवा बुल पर रिसीव करेंगे और उन्हें साथ लेकर रात्रिभोज में शामिल होने वाले अतिथियों से मिलाने ले जायेंगे, बताया जा रहा है कि अलग- अलग तबके से 90 से 100 विशेष मेहमानों को रात्रिभोज के लिए निमत्रंण दिया गया है।