न्यूज – मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आमजन से की अपील, कोरोना महामारी से घबराए नहीं बल्कि बचाव के उपाय अपनाएं। गहलोत ने फेसबुक पर लिखा किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर अस्पताल जाएं और इलाज लें।
अशोक गहलोत ने कहा कि ,राज्य सरकार ने पैदल घर लौट रहे श्रमिकों की पीड़ा को समझा और उन्हें ट्रेनों एवं बसों के माध्यम से भेजने के साथ ही उनके लिए कैम्प एवं भोजन आदि की व्यवस्था की। इसके चलते अब पैदल जाने वाले श्रमिकों की संख्या काफी कम हो गई है। हमने उपखण्ड अधिकारियों को इन व्यवस्थाओं का जिम्मा दिया था, जिसे उन्होंने बेहतर ढंग से निभाया है। इन शिविरों के कारण अब श्रमिक पैदल चलने की बजाय बस एवं ट्रेन के जरिए अपने गंतव्य पहुंच रहे हैं।
गहलोत ने कहा, प्रदेश के जिन जिलों में बाहर से आने वाले प्रवासियों की संख्या अधिक है वहां क्वारंटाइन व्यवस्थाएं पुख्ता रखी जाएं और बाहर से आए लोगों को अनिवार्य रूप से क्वारंटाइन किया जाए। होम क्वारंटाइन की सख्ती से पालना कराई जाए और इसका उल्लंघन करने वालों को संस्थागत क्वारंटाइन में भेज दिया जाए।
निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जिला कलक्टर, पुलिस अधीक्षक, उपखंड स्तरीय अधिकारियों, सीएमएचओ, ब्लॉक सीएमएचओ एवं तहसीलदारों से विभिन्न जिलों में भारी संख्या में प्रवासियों के आगमन के बाद कोविड-19 संक्रमण की वर्तमान स्थिति एवं क्वारंटाइन व्यवस्थाओं पर चर्चा की। जिन जिलों में प्रवासी अधिक संख्या में आ रहे हैं, वहां जिला स्तर पर जांच सुविधाओं को और सुदृढ़ किया जाए। वे सभी जिले जहां प्रवासी अधिक आ रहे हैं और जिला स्तर पर टेस्टिंग फैसिलिटी उपलब्ध नहीं है, वहां जल्द से जल्द जांच सुविधाएं विकसित की जाएं।
लॉकडाउन 4.0 में कंटेनमेंट जोन पर विशेष फोकस रखते हुए प्रभावी मॉनिटरिंग की जाए और कर्फ्यू की सख्ती से पालना कराई जाए। सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क पहनने की अनिवार्यता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।