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बीजेपी भी उतारेगी महिला उम्मीदवार, प्रचार की कमान भी संभालेंगी, हर सीट पर खंगाले जा रहे नाम, जानिए प्रियंका के 40% वाले प्लान पर भाजपा की रणनीति

उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी के 40 फीसदी महिलाओं को टिकट देने की घोषणा के साथ बीजेपी अपनी रणनीति भी बदल रही है. राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष ने काशी क्षेत्र के 16 जिलों की 71 विधानसभाओं का रोडमैप तैयार किया है. तय हुआ है कि जहां बीजेपी का महिला चेहरा मजबूत होगा, वहां महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी.

Manish meena

उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी के 40 फीसदी महिलाओं को टिकट देने की घोषणा के साथ बीजेपी अपनी रणनीति भी बदल रही है. राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष ने काशी क्षेत्र के 16 जिलों की 71 विधानसभाओं का रोडमैप तैयार किया है. तय हुआ है कि जहां बीजेपी का महिला चेहरा मजबूत होगा, वहां महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी. काशी क्षेत्र भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि भाजपा के पास 71 में से 55 सीटें हैं। पश्चिम यूपी में किसानों की नाराजगी की भरपाई के लिए भाजपा यहां अपनी ताकत बनाए रखना चाहती है।

बीजेपी राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष ने काशी क्षेत्र के 16 जिलों की 71 विधानसभाओं का रोडमैप तैयार किया है

चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी की महिला कार्यकर्ता ही अल्पसंख्यक

वर्ग की महिलाओं से संपर्क करेंगी. महिला कार्यकर्ता अल्पसंख्यक

महिलाओं को समझाएंगी कि कैसे तीन तलाक कानून ने उनके

जीवन को बदल दिया है। इसके साथ ही उनके लिए गैस सिलेंडर,

मुफ्त आवास, मुफ्त शौचालय, मुफ्त खाद्यान्न और स्वास्थ्य संबंधी योजनाएं भी लाई हैं.

इस प्रक्रिया को आगे भी जारी रखने के लिए राज्य में फिर से भाजपा सरकार का आना जरूरी है।

पार्टी नेताओं को बीएल संतोष के 7 मंत्र

-जनप्रतिनिधि जनता से लगातार संपर्क में रहें और अपने काम को प्राथमिकता दें। जनता की राय को किसी भी कीमत पर   नजरअंदाज न करें।

-संगठन की संरचना की दृष्टि से प्रत्येक विधानसभा प्रभारी को शक्ति केन्द्र, बूथ समिति एवं पन्ना प्रमुखों को सक्रिय करना   है।

-संस्था द्वारा तय किये जाने वाले आगामी कार्यक्रमों में सभी को सक्रिय रहना है। आपस में सामंजस्य स्थापित कर चुनाव में सफलता प्राप्त करना।

-प्रचार और प्रसार के लिए सोशल मीडिया, मीडिया, होर्डिंग्स, वॉल पेंटिंग आदि के माध्यम से सक्रिय रहना होगा।

-पुराने कार्यकर्ताओं, पार्षदों, पंचायत सदस्यों, ब्लॉक प्रमुखों, पार्टी कार्यकर्ताओं और विचार परिवार कार्यकर्ताओं के साथ   समन्वय स्थापित करना।

-विपक्षियों की गतिविधियों पर सजगता से भाजपा कार्यकर्ता नजर बनाए रखें और सकारात्मक तरीके से उनका जवाब दें।     उनका दुष्प्रचार उन पर जवाबी हमला करके उनकी रणनीति को नष्ट करना है।

-केंद्र और राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों तक पहुंचाने की चिंता भाजपा के हर कार्यकर्ता को     करनी है।

पश्चिम की भरपाई करनी है पूरब से

किसान आंदोलन के साथ-साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लखीमपुर हिंसा को लेकर बीजेपी से नाराजगी का माहौल है. इसे देखते हुए बीजेपी ने पूर्वी उत्तर प्रदेश से इसकी भरपाई करने का फैसला किया है. 2017 के विधानसभा चुनाव में काशी क्षेत्र की 71 में से 55 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी. इस बार टारगेट बढ़ा दिया गया है। बीएल संतोष ने कहा है कि इस बार हमें 65 सीटें जीतकर विपक्षी दलों को बताना है और दिखाना है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कितना प्यार करते हैं.

एससी-एसटी वर्ग के बीच उन्हीं के नेता जाएंगे

उत्तर प्रदेश में भाजपा के पास सामान्य और अन्य पिछड़े वर्गों के नेताओं की कोई कमी नहीं है। ये नेता लगातार सक्रिय होकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहते हैं। विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा ने यह भी रणनीति बनाई है कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के मतदाताओं से संपर्क करने की जिम्मेदारी उनके ही समाज के कार्यकर्ताओं को सौंपी जाएगी. उन्हें बताया और समझाया जाएगा कि पिछले साढ़े चार साल में उत्तर प्रदेश में मोदी और योगी सरकार ने उनके लिए क्या किया है।

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