ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने तालिबान को लेकर एक एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि जरूरत पड़ने पर ब्रिटेन तालिबान के साथ भी काम करने को तैयार है। अफगानिस्तान मसले का कोई स्थाई समाधान निकले, इसके लिए हर स्तर पर हमारी कोशिश जारी रहेगी। अफगानिस्तान को मजबूत बनाना हमारी प्रतिबद्धता है।
ब्रिटेन अफगानिस्तान में कई दिनों से बड़े स्तर पर अपने लोगों को वापस लाने के लिए अभियान चला रहा है। इस बारे में जॉनसन ने कहा कि अब एयरपोर्ट पर स्थिति सुधर रही है।
बीते दिन हम हजार लोगों को बाहर निकाल पाए थे। कई लोगों का हम एआरएपी के तहत भी रेस्क्यू कर रहे हैं। कई ऐसे अधिकारी भी मौजूद हैं जिन्होंने ब्रिटेन के लिए काफी कुछ किया है, ऐसे में उनकी मदद करना हमारा दायित्व है। आने वाले दिनों में हम और तेजी से काम करने वाले हैं।
जॉनसन ने कहा कि अफगानिस्तान से लोगों को लाने में हमें कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। हमारी टीम लगातार काम कर रही है और इस मुश्किल स्थिति में अपनी काबिलियत को बखूबी साबित कर रही है। ब्रिटेन के अलावा भारत, अमेरिका भी बड़े स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं।
अमेरिका के फाइटर जेट लगातार काबुल एयरपोर्ट पर दिखाई दे रहे हैं। वहां की सेना बता रही है कि 7000 से ज्यादा लोगों का सफल रेस्क्यू किया जा चुका है। भारत भी अपने नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने की तमाम कोशिशें कर रहा है।
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि इस संकट के कारण दूसरे देशों में जो अफगानी शरणार्थी बनकर पहुंचे हैं, हम उन्हें मानवीय सहायता पहुंचाने पर भी काम कर रहे हैं। तालिबान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाएंगे ताकि वह वहां के नागरिकों को कोई नुकसान न पहुंचाए, खासकर महिलाओं को। उन्होंने अफगानिस्तान में अमेरिका की मदद करने वाले स्थानीय लोगों को भी निकालने और उनकी मदद करने की प्रतिबद्धता जताई।