कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के उस बयान की आलोचना की, जिसमें उन्होंने कहा था कि देश में ऑक्सीजन या वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। इसको लेकर, चिदंबरम ने कहा कि मैं डॉ हर्षवर्धन के बयान से हैरान हूं। वे कह रहे हैं कि देश में ऑक्सीजन, वैक्सीन या रेमडेसिवीर की कोई कमी नहीं है। यूपी के मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि राज्य में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है।
चिदंबरम ने पूछा कि अगर ऐसा है तो क्या टीवी पर झूठे वीडियो दिखाए जा
रहे हैं? अखबारों की खबरें गलत हैं? क्या सभी डॉक्टर झूठ बोल रहे हैं? क्या
परिवार के सभी सदस्य गलत बयान दे रहे हैं? क्या सभी विजुअल और फोटो
नकली हैं? लोगों को ऐसी सरकार के खिलाफ विद्रोह कर देना चाहिए, जो यह
मान रही है कि भारत के सभी लोग मूर्ख हैं।
देश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी केंद्र सरकार के सवालों के घेरे में है। इस कमी को दूर करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। बुधवार को ही सरकार ने 1 लाख पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स 500 प्रेशर स्विंग एडसोर्पशन (PSA) ऑक्सीजन प्लांट खरीदने का फैसला किया है। PMO के मुताबिक, केंद्र सरकार ने पहले से ही 713 PSA प्लांट के ऑर्डर दिए हुए हैं। बुधवार को फिर 500 प्लांट के नए ऑर्डर दिए गए।
पीएसए प्लांट देश के टियर -2 शहरों, खासकर जिला मुख्यालयों में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने में सक्षम होगा। प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से कहा है कि वे इन आदेशों को जल्द से जल्द पूरा करें और राज्यों को ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए भेजें।
वैक्सीन के कामों को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि कोरोना वैक्सीन को विकसित करने के लिए वैक्सीन कंपनियों को जनता का पैसा दिया गया था। अब केंद्र सरकार की नीतियों के कारण, दुनिया में वैक्सीन के लिए उन्हीं लोगों को सबसे ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी। एक बार फिर, फेल सिस्टम के आगे हमारी जनता मोदी-मित्रों के फायदे के आगे नाकाम हो गई है।