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हिरासत में बोलीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी – मृतकों से मिलने जाने के कारण मुझे बंद किया गया और आरोपी होकर भी मंत्री का बेटा आजाद, कैसे

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हिरासत में लिए जाने के बाद राज्य की योगी सरकार पर निशाना साधा. न्यूज चैनल से बात करते हुए प्रियंका गांधी ने सवाल उठाया कि अगर मैं पीड़ित परिवार से मिलने जाती हूं तो मुझे रोका जाता है, जबकि घटना के आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का बेटा खुला घूम रहा है. प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में लोकतांत्रिक और कानूनी प्रक्रिया पूरी तरह चरमरा गई है. उन्होंने कहा कि अगर आप हमें गिरफ्तार कर सकते हैं तो हत्या के आरोपी मंत्री के बेटे को क्यों नहीं गिरफ्तार कर सकते।

Manish meena

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हिरासत में लिए जाने के बाद राज्य की योगी सरकार पर निशाना साधा. न्यूज चैनल से बात करते हुए प्रियंका गांधी ने सवाल उठाया कि अगर मैं पीड़ित परिवार से मिलने जाती हूं तो मुझे रोका जाता है, जबकि घटना के आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का बेटा खुला घूम रहा है. प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में लोकतांत्रिक और कानूनी प्रक्रिया पूरी तरह चरमरा गई है. उन्होंने कहा कि अगर आप हमें गिरफ्तार कर सकते हैं तो हत्या के आरोपी मंत्री के बेटे को क्यों नहीं गिरफ्तार कर सकते।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हिरासत में लिए जाने के बाद राज्य की योगी सरकार पर निशाना साधा

कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि उन्हें कहां बंद किया गया है, लेकिन अनुमान के आधार पर यह सीतापुर में एक गेस्ट हाउस प्रतीत होता है जो लंबे समय से बंद था। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष ने किसानों को कुचला, पुलिस की प्राथमिकी में आरोपी का नाम है लेकिन मंत्री कह रहे हैं कि वह मौके पर मौजूद नहीं था.

प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि सुबह करीब 4 बजे जब वह आउटर लखीमपुर खीरी पहुंची तो उन्हें रोका गया

प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि सुबह करीब 4 बजे जब वह आउटर लखीमपुर खीरी पहुंची तो उन्हें रोका गया. उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी से पहले मुझे बताया गया था कि मुझे धारा 151 के तहत गिरफ्तार किया जा रहा है, कानूनी भाषा में इसका मतलब भविष्य में अपराध करने की आशंका होता है। उन्होने कहा कि मुझे कोई कागज नहीं दिखाया गया है, अगर वह मुझे कागजात नहीं देते है तो मैं इसे अपहरण कह सकती हूं। अगर मुझे धारा 151 के तहत 24 घंटे से ज्यादा गिरफ्तार नहीं रखा जा सकता है तो मैं ऐसे भी बाहर आ सकती हूं।

प्रियंका गांधी ने पुलिस की मंशा पर सवाल उठाया

प्रियंका गांधी ने भी पुलिस की मंशा पर सवाल उठाया और कहा कि पुलिस ने पहले हमें धारा 144 के उल्लंघन का हवाला देकर रोका, जब हमने उनसे कहा कि हम 4 से ज्यादा लोग नहीं हैं, तो वे धारा 151 के लिए बहस करने लगे. प्रियंका ने कहा कि महिला पुलिसकर्मी ने मुझे धक्का दिया, मेरे साथ मारपीट भी की गई। उन्होंने कहा कि एक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया क्योंकि वह एक मंत्री का बेटा है, जब मैं किसी के घर मिलने जा रही थी तो मुझे हिरासत में ले लिया गया.

बता दें कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को सोमवार तड़के सीतापुर के लखीमपुर के तिकोनिया इलाके में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के मामले में मौके पर जाते समय हिरासत में लिया गया था. वाड्रा ने इसके विरोध में अनशन शुरू कर दिया। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बताया कि प्रियंका और कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा समेत कुछ वरिष्ठ नेता लखीमपुर खीरी जा रहे थे. फिर सुबह करीब 5 बजे रास्ते में उसे सीतापुर में हिरासत में लेकर पीएसी परिसर भेज दिया गया.

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